Vikrant Shekhawat : Nov 07, 2023, 10:24 PM
Rajasthan Election 2023: बीजेपी के फैसले से नाखुश होकर विधायक चंद्रभान सिंह आक्या और अन्य 34 पदाधिकारियों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी की ओर से नरपत सिंह राजवी को टिकट दिए जाने के बाद से ही कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। विधायक आक्या का कहना है कि पहले भी इस्तीफा पत्र दे चुके थे लेकिन उसे पार्टी की तरफ से स्वीकार नहीं किया गया था। ऐसे में दूसरी बार इस्तीफा दिया जा रहा है।नरपत सिंह राजवी को टिकट दिए जाने के बाद बागी हुए विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने सोमवार को निर्दलीय से अपना फॉर्म भर दिया है। उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है। नामांकन की प्रक्रिया पूरे होते ही नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। विधायक का टिकट काटे जाने के बाद कई कार्यकर्ता उनके समर्थन में आ खड़े हुए। उसी दिन से कई कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था लेकिन पार्टी की ओर से उसे स्वीकार नहीं किया गया। विधायक चंद्रभान सिंह चौहान ने निर्दलीय से फॉर्म भरने के बाद अपने 34 पदाधिकारी के साथ मिलकर आज जिला अध्यक्ष मिट्ठू लाल जाट के नाम प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधायक चंद्रभान सिंह आजा ने कहा कि करीब 10 सालों से वे चित्तौड़ की जनता के बीच और विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। जनता के सुख-दुख में खड़े हुए हैं। वहीं, नरपत सिंह राजवी 15 साल से चित्तौड़गढ़ भी नहीं आए और ना ही चित्तौड़गढ़ वासियों की जानकारी ली। जब वह विधायक थे तब भी उन्होंने कभी चित्तौड़गढ़ वासियों की देखभाल नहीं की अधिकतर समय उनका जयपुर में ही निकला था। इसके बावजूद भी पार्टी ने राजवी को टिकट दे दिया, जिससे जनता और भाजपा के कार्यकर्ता आहत हुए।उन्होंने कहा कि सब कार्यकर्ताओं और जनता कहने पर ही नामांकन भरा है। यह चुनाव में नहीं बल्कि मेरी जनता लड़ रही है। इससे पहले भी डेढ़ हजार से ज्यादा कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपना इस्तीफा दे चुके हैं, जिस पार्टी की ओर से स्वीकार नहीं किया गया था। इस दौरान पूर्व विधायक और भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, पूर्व यूआईटी चेयरमैन सुरेश झंवर, पूर्व नगर परिषद सभापति सुशील शर्मा, कर्नलसिंह राठौड़, नगर महामंत्री अनिल ईनाणी, ओम प्रकाश शर्मा, राजन माली सभी शामिल थे।