Corona Vaccine / भारत को अगले साल मिलेगी सिंगल-डोज कोरोना वैक्सीन, इस कंपनी ने बनाया प्‍लान

इससे थोड़ी देर पहले मॉडर्ना ने बच्चों पर वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल का रिजल्ट जारी कर किया है, जिसमें उसकी वैक्सीन बच्चों पर 100% प्रभावी और सुरक्षित पाई गई है। कंपनी ने अपनी वैक्सीन का ट्रायल 12 से 17 वर्ष की उम्र के 3 हजार 732 बच्चों पर किया है। इसमें से 2 हजार 488 बच्चों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई। जबकि बाकी बचे बच्चों को वैक्सीन की सिर्फ एक डोल दी गई है।

नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना (Moderna) अगले साल तक भारत में सिंगल डोज वैक्सीन (Single Dose Corona Vaccine) लॉन्च कर सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 5 करोड़ डोज की आपूर्ति के लिए कंपनी इस वक्त सिपला (Cipla) और दूसरी फर्म से बातचीत कर रही है।

बच्चों की वैक्सीन का ट्रायल रिजल्ट जारी

इससे थोड़ी देर पहले मॉडर्ना ने बच्चों पर वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल का रिजल्ट जारी कर किया है, जिसमें उसकी वैक्सीन बच्चों पर 100% प्रभावी और सुरक्षित पाई गई है। कंपनी ने अपनी वैक्सीन का ट्रायल 12 से 17 वर्ष की उम्र के 3 हजार 732 बच्चों पर किया है। इसमें से 2 हजार 488 बच्चों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई। जबकि बाकी बचे बच्चों को वैक्सीन की सिर्फ एक डोल दी गई है। कंपनी के अनुसार, जिन बच्चों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई थी, उनमें कोरोना के लक्षण सामने नहीं आए हैं। वहीं एक डोज लेने वाले बच्चों पर ये वैक्सीन 93% प्रभावी पाई गई है।

अगले महीने FDA से मांगेगी इस्तेमाल की मंजूरी

दूसरे और तीसरे चरण के नतीजे आने के बाद वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना ने कहा कि वो अपनी वैक्सीन को बच्चों के लिए मंजूरी दिलवाने के लिए अमेरिका की रेगुलेटर बॉडी FDA के पास जून के महीने में अप्लाई करेगी। बताते चलें कि भारत बायोटेक (Bharat Bio-tech) कंपनी भी बच्चों के लिए नेजल वैक्सीन बना रही है। इस ट्रायल शुरू हो चुका है। नेजल स्प्रे वैक्सीन की सिर्फ 4 बूंदें ही कोरोना को मात देने में कारगर साबित हो सकती है। इस वैक्सीन को नाक के दोनों छेदों में दो-दो बूंद डालना होगा।