बिहार / बिहार के 2 बच्चों के बैंक खातों में जमा हुई ₹900 करोड़ से अधिक राशि

कटिहार (बिहार) में 2 बच्चों के खातों में क्रमश: ₹900 करोड़ व ₹60 करोड़ से अधिक राशि जमा होने के बाद उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक ने दोनों खातों से भुगतान पर रोक लगाकर जांच शुरू कर दी है। बकौल रिपोर्ट्स, दोनों बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म की राशि की जानकारी लेने बैंक के एक सेंटर गए थे जिसके बाद मामला सामने आया।

Vikrant Shekhawat : Sep 16, 2021, 04:17 PM
कटिहार: बिहार के खगड़िया में एक युवक के खाते में गलती से पांच लाख से ज्यादा की राशि आने और उस राशि को मोदी द्वारा भेजने की बात कहते हुए वापस करने से इनकार करने का मामला अभी गर्म है। इसी बीच कटिहार में दो बैंक खातों में 960 करोड़ की राशि आ गई है। इतनी बड़ी राशि एकाउंट में आने से बैंक अधिकारी भी हैरान हैं। दोनों एकाउंट में इतनी राशि आने की बात पता चलते ही अन्य लोगों ने भी अपने खाते चेक करने शुरू कर दिये। अपना अपना एकाउंट चेक करने पहुंचे लोगों के कारण सीएसपी सेंटर पर कतार लगी रही। 

बिहार में स्कूली बच्चों की पोशाक की राशि बैंक खाते में ही आती है। बुधवार को आजमनगर थाना क्षेत्र की बघौरा पंचायत स्थित पस्तिया गांव के दो बच्चे गुरुचंद्र विश्वास और असित कुमार पोशाक की राशि के बारे में जानने के लिए एसबीआई के सीएसपी सेंटर पहुंचे। यहां उनको पता चला कि दोनों के खातों में तो करोड़ों रुपए जमा हैं। यह सुनकर बच्चे ही नहीं आसपास खड़े अन्य लोग भी चौंक गए।

दोनों खातों से भुगतान पर लगी रोक

खाता उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक भेलागंज शाखा का है। सीएसपी से पता चला कि छात्र गुरुचन्द्र विश्वास के खाता संख्या 1008151030208081 में 60 करोड़ से अधिक और असित कुमार के खाता संख्या 1008151030208001 में 900 करोड़ से ज्यादा की राशि है।

शाखा प्रबंधक मनोज गुप्ता को भी जब यह पता चला तो वह हैरान रह गए। उन्होंने दोनों बच्चों के खाते से भुगतान पर रोक लगाते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है। बैंक के वरीय पदाधिकारियों को भी इस बारे में सूचना दी जा रही है। वहीं एलडीएम एमके मधुकर ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। बैंक से मामला आने के बाद इसकी जांच की जायेगी।

खगड़िया में साढ़े पांच लाख ट्रांसफर हुए थे

इससे पहले खगड़िया जिले में एक बड़ा ही दिलचस्प मामला सामने आया था। रंजीत दास के खाते में अचानक साढ़े पांच लाख रुपये आ गए। खाते में रुपये आने के बाद उस व्यक्ति को लगा कि पीएम मोदी ने उसके खाते में ये रुपये भेजे हैं। उसने अपने खाते से वो रुपये निकाल लिए और खर्च करना शुरू कर दिया।  

बैंक की ओर से रंजीत दास को रुपये वापस करने के संदर्भ में कई नोटिस भी भेजे गए, लेकिन उसने पैसे वापस करने से साफ मना कर दिया। आखिरकार बैंक की ओर से रंजीत दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने रंजीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।