महाराष्ट्र / मुंबई में वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा चुके लोग लोकल ट्रेन में 15 अगस्त से कर सकेंगे सफर

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया है कि जिन लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा ली हैं, वे 15 अगस्त से लोकल ट्रेन में सफर कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि दूसरी डोज़ लेने के 14 दिन बाद लोग लोकल ट्रेन में सफर कर सकते हैं और मासिक (ट्रेन) पास स्मार्टफोन पर उपलब्ध होंगे।

Vikrant Shekhawat : Aug 09, 2021, 06:57 AM
मुंबई: मुंबई में कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को लोकल ट्रेनों में चलने की इजाजत दे दी गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार रात को राज्य के लोगों को संबोध‍ित करते हुए कहा, 'टीके की दोनों खुराक ले चुके मुंबई के लोग 15 अगस्त से लोकल ट्रेनों में यात्रा कर सकेंगे.' ठाकरे ने राज्य के नाम एक संबोधन में कहा, "हम अभी कुछ ढील दे रहे हैं, लेकिन अगर मामले बढ़ते हैं, तो हमें फिर से लॉकडाउन का सहारा लेना होगा. इसलिए मैं आपसे अपील करता हूं कि आप कोविड की एक और लहर को आमंत्रित न करें."

उन्होंने कहा, "मुंबई में लोकल ट्रेनें उन लोगों के लिए 15 अगस्त से शुरू होंगी जिन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं. हम एक ऐप लॉन्च करेंगे जहां लोग अपडेट कर सकते हैं कि उन्होंने दोनों खुराक ली हैं और जब उन्होंने अपनी दूसरी खुराक ली है. लोग या तो ऐप से या कार्यालयों से पास ले सकते हैं.”

महानगर में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं इस साल अप्रैल में निलंबित कर दी गई थी, जब राज्य में महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 के मामले चरम पर थे. वर्तमान में, सिर्फ सरकारी कर्मचारियों और आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मियों को ही लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति प्राप्त है.

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों को 15 अगस्त से लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति होगी. जिन लोगों ने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक के बाद 14 दिन की अवधि पूरी कर ली है वे रेलवे पास के लिए विशेष रूप से बनाए गए ऐप पर आवेदन कर सकते हैं और वे इसे अपने संबंधित स्थानीय वार्ड कार्यालयों से प्राप्त कर सकते हैं.''

ठाकरे ने कहा, ‘‘अभी तक मुंबई में 19 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है.'' उन्होंने कहा कि जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वे ये पास ऑफलाइन प्राप्त कर सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वायरस अब भी हमारे आसपास मौजूद है और हमे निश्चिंत नहीं होना चाहिए. मैं समझ सकता हूं कि आपका धैर्य कम हो रहा है. लेकिन कृपया धैर्य नहीं खोएं.''