AajTak : Dec 26, 2019, 04:25 PM
अगर आपने ''भारत बॉन्ड ईटीएफ'' में निवेश किया है तो आपके लिए अगले 5 दिन काफी अहम हैं। दरअसल, आज यानी 26 दिसंबर को निवेशकों को यूनिट अलॉट होने वाले हैं। अलॉटमेंट की तारीख से 5 कारोबारी दिनों के भीतर यूनिट्स को एनएसई और बीएसई पर लिस्टेड किया जाएगा। वहीं जनवरी के शुरुआती हफ्ते में एक बार फिर स्कीम में निवेश का मौका मिल सकता है।क्या है भारत बॉन्ड ईटीएफ?
सरकार की ओर से जारी भारत बॉन्ड ईटीएफ निवेश का एक नया विकल्प है। पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) के लिए पैसा जुटाने को सरकार ने निवेशकों के सामने यह विकल्प रखा है। पहले चरण में 13-20 दिसंबर के बीच आम लोगों को निवेश का मौका दिया गया। इसमें कोई भी शख्स सिर्फ 1000 रुपये से भी निवेश कर सकता है। इस स्कीम में निवेश के लिए आपका डीमैट अकाउंट जरूरी है। जिन निवेशकों के पास डीमैट नहीं है, वे फंड्स ऑफ फंड्स (FoF) स्कीम के जरिये निवेश कर सकते हैं। फंड ऑफ फंड्स म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीमें हैं जो दूसरी स्कीमों में निवेश करती हैं।
कितने साल के लिए कर सकते हैं निवेश
कोई भी निवेशक शॉर्ट टर्म में 3 साल और लॉन्ग टर्म में 10 साल के लिए निवेश कर सकता है। शॉर्ट टर्म में 6.69 फीसदी जबकि लॉन्ग टर्म में 7.58 फीसदी सालाना रिटर्न मिलने का दावा किया जा रहा है। इस निवेश की सबसे खास बात रिस्क और रिटर्न है। इस निवेश में रिस्क बेहद कम है तो वहीं रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
इसके अलावा एसेट मैनेजमेंट कंपनी मैनेजमेंट फीस के तौर पर महज 0.0005 फीसदी चार्ज वसूलेगा। जबकि कोई लॉकिंग सिस्टम नहीं है। यानी आप कभी भी खरीद या बेच सकते हैं। हालांकि अलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन पूरा होने पर या इससे पहले निवेश को भुनाने पर 0.10 फीसदी एक्जिट लोड लगे
सरकार की ओर से जारी भारत बॉन्ड ईटीएफ निवेश का एक नया विकल्प है। पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) के लिए पैसा जुटाने को सरकार ने निवेशकों के सामने यह विकल्प रखा है। पहले चरण में 13-20 दिसंबर के बीच आम लोगों को निवेश का मौका दिया गया। इसमें कोई भी शख्स सिर्फ 1000 रुपये से भी निवेश कर सकता है। इस स्कीम में निवेश के लिए आपका डीमैट अकाउंट जरूरी है। जिन निवेशकों के पास डीमैट नहीं है, वे फंड्स ऑफ फंड्स (FoF) स्कीम के जरिये निवेश कर सकते हैं। फंड ऑफ फंड्स म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीमें हैं जो दूसरी स्कीमों में निवेश करती हैं।
कितने साल के लिए कर सकते हैं निवेश
कोई भी निवेशक शॉर्ट टर्म में 3 साल और लॉन्ग टर्म में 10 साल के लिए निवेश कर सकता है। शॉर्ट टर्म में 6.69 फीसदी जबकि लॉन्ग टर्म में 7.58 फीसदी सालाना रिटर्न मिलने का दावा किया जा रहा है। इस निवेश की सबसे खास बात रिस्क और रिटर्न है। इस निवेश में रिस्क बेहद कम है तो वहीं रिटर्न फिक्स्ड डिपॉजिट के मुकाबले कहीं ज्यादा है।
इसके अलावा एसेट मैनेजमेंट कंपनी मैनेजमेंट फीस के तौर पर महज 0.0005 फीसदी चार्ज वसूलेगा। जबकि कोई लॉकिंग सिस्टम नहीं है। यानी आप कभी भी खरीद या बेच सकते हैं। हालांकि अलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन पूरा होने पर या इससे पहले निवेश को भुनाने पर 0.10 फीसदी एक्जिट लोड लगे