Vikrant Shekhawat : Sep 08, 2021, 08:11 PM
मुंबई: दक्षिण मुंबई में इस साल फरवरी में उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास ‘एंटीलिया’ के बाहर विस्फोटक सामग्री रखी एक एसयूवी मिलने के बाद उनकी पत्नी नीता अंबानी ने गुजरात का अपना निर्धारित दौरा रद्द कर दिया था। आवास के सुरक्षा प्रमुख ने राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को दिए गए अपने बयान में यह जानकारी दी है।इसके अलावा, ‘एंटीलिया’ के पास काम कर रहे अन्य सुरक्षा गार्ड ने एनआईए को दिए अपने बयान में कहा कि इलाके में घटना के बाद से माहौल बदल गया है और “यहां डर बैठा हुआ है।”एनआईए ने अपने आरोप-पत्र में यह भी कहा है कि इस मामले में मुख्य आरोपी, बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने अपने आधिकारिक वाहन चालक को घटना वाले दिन कहा था कि यह “गोपनीय अभियान” है।सुरक्षा प्रमुख का यह बयान, 25 फरवरी को अंबानी के घर के पास जिलेटिन की छड़ों के साथ वाहन मिलने और बाद में कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के सिलसिले में वाजे और नौ अन्य के खिलाफ एनआईए द्वारा पिछले हफ्ते यहां विशेष अदालत में दायर आरोप-पत्र का हिस्सा है।आवास के सुरक्षा प्रमुख ने अपने बयान में कहा कि विस्फोटक सामग्री वाली गाड़ी और धमकी भरा पत्र मिलने के बाद उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी मुकेश अंबानी को दी। उन्होंने एनआईए को यह भी बताया कि उस दिन नीता अंबानी को गुजरात में जामनगर जाना था। उनका दौरा पहले पुन: निर्धारित किया गया और बाद में उनकी एवं क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) की सलाह पर दौरा रद्द कर दिया गया था।सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि उन्हें विभिन्न वर्गों से धमकियां मिल रही थीं, लेकिन सभी अक्टूबर 2020 में शुरू हुए किसानों के विरोध से संबंधित थीं।उन्होंने बयान में कहा कि अंबानी परिवार को 25 फरवरी को यहां कारमाइकल रोड पर अवैध रूप से खड़ी लावारिस स्कॉर्पियो में मिले धमकी भरे पत्र और जिलेटिन की छड़ों के लिए किसी खास व्यक्ति पर संदेह नहीं है।‘एंटीलिया’ के पास काम करने वाले एक अन्य सुरक्षा गार्ड ने एनआईए को बताया कि इलाके का माहौल बदल गया है और वहां डर का माहौल बना हुआ है।उसने एनआईए को दिए अपने बयान में कहा, “मैं बताना चाहता हूं कि घटना ने मेरे मन में डर पैदा कर दिया है। हमारे लिए यह निश्चित रूप से डरावना है कि हमारी इमारत के पास एक संदिग्ध वाहन में जिलेटिन जैसा विस्फोटक पदार्थ मिला है।”गार्ड ने बताया कि उन्होंने इलाके में सीसीटीवी और सुरक्षा निगरानी को मजबूत किया है।घटना के दिन वाजे के साथ मौजूद उनके आधिकारिक ड्राइवर ने एनआईए को बताया कि वाजे ने उन्हें बताया कि यह एक “गुप्त अभियान” है।चालक ने 24 और 25 फरवरी की दरम्यानी रात को अंबानी के घर के पास वाहन खड़ा करने तक की पूरी घटना का सिलसिलेवार ब्योरा रखा।उसने जांच एजेंसी को बताया कि 24 फरवरी की शाम करीब साढ़े पांच बजे वह वाजे को महाराष्ट्र के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के आधिकारिक आवास 'ज्ञानेश्वरी' बंगले में ले गया था। चालक ने बताया कि वाजे अकेले घर के अंदर गए और करीब एक घंटे में वापस आ गए।चालक ने आगे बताया कि वाजे ने उसे अंबानी के आवास के बाहर रखी गई विस्फोटक सामग्री वाली एसयूवी, महिंद्रा स्कॉर्पियो और एक इनोवा कार की नंबर प्लेट कई बार बदलने के लिए कहा।उसने एनआईए को यह भी बताया कि वाजे ने उसे कुछ खास मार्गों से जाने और टोल प्लाजा पर शुल्क चुकाने के लिए कहा।चालक ने कहा, "लगभग 2.10 बजे, मैं कारमाइकल रोड पर बहुत धीमी गति से वाजे द्वारा चलाई जा रही स्कॉर्पियो कार का पीछा कर रहा था। एक विशेष जगह पर, उन्होंने स्कॉर्पियो को रोका और उसे सड़क के बाईं ओर खड़ा कर दिया।”चालक ने बताया कि वाजे को अपना पहचान-पत्र नहीं मिल रहा था और वह फिर कारमाइकल रोड लौटे और स्कॉर्पियो के भीतर अपनी आईडी ढूंढी। अपने बयान में, चालक ने कहा कि उसने जब वाजे से सारा माजरा पूछा तो उन्होंने कहा कि यह “गोपनीय अभियान” है और किसी से इसके बारे में बात नहीं करने को कहा।चालक ने बताया कि टीवी चैनलों पर खबर देखने के बाद उसे घटना का पता चला लेकिन उसने किसी को इसके बारे में बताया नहीं था।पूर्व पुलिस अधिकारी वाजे मामले में मुख्य आरोपी हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, उन्होंने ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या में भी "महत्वपूर्ण भूमिका" निभाई थी।हिरन, जिन्होंने दावा किया था कि एसयूवी उनके पास से चोरी हो गई थी, पांच मार्च को पड़ोस के ठाणे जिले में एक नाले में मृत मिले थे।