देश / तथ्यहीन और गलत: कोविड-19 मौतों की संख्या घटाकर दिखाने और 'अतिरिक्त मौतों' पर सरकार

केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत में 49 लाख अतिरिक्त मौतों और मौत के आधिकारिक आंकड़े को "घटाकर" दिखाने की रिपोर्ट्स का खंडन किया है। सरकार ने रिपोर्ट को 'तथ्यहीन और भ्रामक' बताते हुए कहा, "(रिपोर्ट में) सभी देशों में संक्रमितों के मरने की समान संभावना की धारणा पर अतिरिक्त मौतों का अनुमान लगाया गया।"

Vikrant Shekhawat : Jul 22, 2021, 06:24 PM
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने मीडिया में चल रही उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया है कि भारत में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा वास्तविक संख्या से बहुत कम है। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि जो रिपोर्ट कहती है कि कोविड से मौतों के आंकड़े बहुत कम है, वो तथ्य आधारित नहीं है और पूरी तरह से गलत हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मीडिया में कुछ खबरें आयीं जिनमें आरोप लगाया गया कि भारत में महामारी के दौरान अतिरिक्त मौतों की संख्या लाखों में हो सकती है और इसमें कोविड-19 की आधिकारिक मृतक संख्या को बहुत ही कम बताया गया। ये तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा है कि हो सकता है कि कुछ मामलों का पता ना चले लेकिन मौतों का पता ना चलने की गुंजाइश नहीं है।

मंत्रालय का कहना है कि भारत की संक्रमण का पता लगाने की व्यापक रणनीति है। देश में 2,700 से ज्यादा लैब हैं, जहां कोई भी जांच करा सकता है। इसके साथ ही लक्षणों और चिकित्सा देखभाल के बारे में जागरूकता अभियान चलाए गए जिससे यह सुनिश्चित हो कि लोग जरूरत के वक्त अस्पतालों तक पहुंच सकें। भारत में मजबूत और कानून पर आधारित मृत्यु पंजीकरण व्यवस्था होने के कारण मौतों का पता न चलने की संभावना नहीं है।

संसद में सरकार का बयान भी चर्चा में

केंद्र सरकार की ओर से संसद में भी कहा गया है कि देश में कोरोना से मौतों की संख्या में कोई गड़बड़ी नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में कहा है कि कोरोना से मौत के आंकड़े राज्यों की ओर से केंद्र को मिलते हैं। जो आंकड़े राज्यों ने दिए वो केंद्र ने बताए हैं।