News18 : Aug 07, 2020, 04:56 PM
मुंबई। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई BMC ने बड़ा फैसला लिया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने मुंबई आने वाले लोगों के लिए होम आइसोलेशन (Home isolation) और क्वारंटीन के नियमों में बदलाव किया है। BMC की ओर से कहा गया है कि विमान (domestic flight) से मुंबई आने वाले सभी यात्रियों को अनिवार्य रूप से 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना होगा।
क्यों हुआ ऐसा- मुंबई आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से 14 दिन के क्वारंटीन में भेजने के पीछे महाराष्ट्र सरकार का तर्क है कि इससे कोरोना वायरस के अधिक तेजी से फैलने पर रोक लगेगी।हालांकि, BMC ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सरकारी काम से आना चाहता है तो उन्हें दो दिन पहले BMC को अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देना होगी।
आपको बता दें कि हाल में विभिन्न राज्यों से फ्लाइट के जरिए उत्तराखंड पहुंचने वाले सभी व्यक्तियों को एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से किया गया है। वहीं, कोविड के लिहाज से संवेदनशील श्रेणी के शहरों से जो भी आएंगे, उनका राज्य की सीमाओं पर परीक्षण किया जाएगा।कोरोना टेस्ट के बाद सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। हालांकि वृद्ध व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं व दस साल से छोटे बच्चों को इससे राहत दी गई है। वे होम क्वारंटाइन रहेंगे।
क्यों हुआ ऐसा- मुंबई आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से 14 दिन के क्वारंटीन में भेजने के पीछे महाराष्ट्र सरकार का तर्क है कि इससे कोरोना वायरस के अधिक तेजी से फैलने पर रोक लगेगी।हालांकि, BMC ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सरकारी काम से आना चाहता है तो उन्हें दो दिन पहले BMC को अपनी यात्रा के बारे में जानकारी देना होगी।
आपको बता दें कि हाल में विभिन्न राज्यों से फ्लाइट के जरिए उत्तराखंड पहुंचने वाले सभी व्यक्तियों को एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से किया गया है। वहीं, कोविड के लिहाज से संवेदनशील श्रेणी के शहरों से जो भी आएंगे, उनका राज्य की सीमाओं पर परीक्षण किया जाएगा।कोरोना टेस्ट के बाद सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जा रहा है। हालांकि वृद्ध व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं व दस साल से छोटे बच्चों को इससे राहत दी गई है। वे होम क्वारंटाइन रहेंगे।