Vikrant Shekhawat : Feb 08, 2023, 09:31 AM
Adani Group: गौतम अडानी अब अपने कर्ज को कम करने में कोई देरी नहीं कर रहे हैं. खासकर विपक्ष के हमले के बाद उन्होंने अपने प्लान में कर्ज को कम करने को प्रायोरिटी में ले लिया है. पहले 1.11 बिलियन डॉलर के लोन प्री पेमेंट का ऐलान और अब पोर्ट यूनिट के कर्ज को कम करने के लिए 5 हजार करोड़ रुपये यानी 604.6 मिलियन डॉलर देने की बात सामने आ रही है. वास्तव में हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद गौतम अडानी फर्मों को फाइनेंशियल हेल्थ और कॉरपोरेट गवर्नेंस को जांच के दायरे में ला दिया है.अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड ने मंगलवार को बयान में कहा कि अप्रैल से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष में रीपेमेंट से पहले ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन आदि में लगभग 2.5 गुना सुधार होगा, मौजूदा समय में यह रेश्यो 3 गुना से अधिक है. भारत के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर पोर्ट ऑपरेटर, जिसने फ्रेश क्वार्टर रिजल्ट में कमाई में कमी सूचना दी, ने यह भी कहा कि चालू वर्ष की तुलना में अगले वित्तीय वर्ष में अपने कैपिटल एक्सपेंडिचर को लगभग आधा कर देगा.ये डेवलपमेंट अरबपति और उनके परिवार द्वारा निवेशकों के डर को दूर करने के लिए अडानी पोर्ट्स सहित तीन ग्रुप की कंपनियों के शेयरों द्वारा सपोर्टिड 1.11 बिलियन डॉलर की उधारी चुकाने के ठीक एक दिन बाद आया है. पोर्ट-टू-पॉवर ग्रुप की दो अन्य फर्मों ने मंगलवार को कमाई की सूचना दी, मुनाफे में मजबूत वृद्धि देखी गई, साथ ही संभावित रूप से घबराए हुए व्यापारियों को भी राहत मिली.अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी ग्रुप पर अकाउंटटिंग फ्रॉड धोखाधड़ी और मार्केट में हेरफेर के आरोप लगाने के बाद, इसके मार्केट कैप से 110 बिलियन डॉलर का सफाया करने के बाद ग्रुप के फाइनेंस जांच के दायरे में आ गए हैं. अडानी ग्रुप ने बार-बार आरोपों का खंडन किया है.अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अपनी फाइलिंग में कहा कि अच्छे कॉरपोरेट गवर्नेंस के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए, अडानी ग्रुप की संस्थाओं का मैनेज्मेंट इंडीपेंडेंट फर्मों / एजेंसियों की नियुक्ति पर विचार कर रहा है” जो रेगुलेटरी कंप्लायंस के इश्यू को देखने को लिए रिलेटिड पार्टी ट्रांजेक्शंस और इंटरनल कंट्रोल की जांच करेगा. यदि आवश्यक हो तो मैनेज्मेंट आवश्यक कार्रवाई का आकलन करेगा.