Gautam Adani News / अडानी की ये कंपनी है पाक साफ, नहीं लगा आज तक दामन पर कोई दाग

अडानी समूह के सीएफओ जुगेशिंदर रोबी सिंह ने गौतम अडानी पर अमेरिकी अभियोग के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि समूह की 11 लिस्टेड कंपनियों में किसी पर कोई आरोप नहीं है। समूह जल्द ही विस्तृत कानूनी प्रतिक्रिया देगा। आरोप सौर ऊर्जा अनुबंध से जुड़े हैं, जिनका समूह ने खंडन किया है।

Vikrant Shekhawat : Nov 24, 2024, 06:00 AM
Gautam Adani News: अडानी समूह पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों को लेकर हाल ही में बड़ी हलचल मची हुई है। इस मामले पर समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर रोबी सिंह ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि अडानी समूह की 11 सूचीबद्ध कंपनियों में से किसी पर भी किसी तरह के गलत काम का आरोप नहीं है।

आरोपों पर अडानी समूह का पक्ष

जुगेशिंदर सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी कर बताया कि समूह पर लगे आरोपों पर वकीलों से मंजूरी मिलने के बाद एक विस्तृत प्रतिक्रिया दी जाएगी। उन्होंने कहा,

"ऐसी बहुत सी खबरें हैं, जिनमें असंबंधित वस्तुओं को उठाकर सुर्खियां बनाने की कोशिश की गई है। हमारा अनुरोध है कि कानूनी प्रक्रिया के तहत मामले की समीक्षा पूरी होने के बाद ही जवाब दिया जाए।"

सिंह ने यह भी साफ किया कि यह सिर्फ आरोप हैं और किसी अदालत ने अब तक इस मामले में कोई निर्णय नहीं दिया है। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, अभियुक्तों को तब तक निर्दोष माना जाना चाहिए जब तक अदालत में उनका दोष साबित न हो जाए।

गौतम अडानी पर लगे आरोप

अमेरिकी अभियोजन पक्ष ने अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सौर ऊर्जा कॉन्ट्रैक्ट में लाभ पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को $25 करोड़ (करीब 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की साजिश रची। यह मामला अडानी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा हुआ है।

सीएफओ का बयान: समूह पर आरोप नहीं

सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने स्पष्ट किया कि अडानी समूह की 11 लिस्टेड कंपनियों में से कोई भी कानूनी कार्यवाही या अभियोग के तहत नहीं है। यह भी कहा गया कि मामला केवल अडानी ग्रीन के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित है, जो कंपनी के कुल कारोबार का केवल 10% हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर और सटीक जानकारी उचित समय और मंच पर साझा की जाएगी।

फरवरी 2024 का खुलासा और घटनाक्रम

सिंह ने जिक्र किया कि फरवरी 2024 में समूह ने 144ए पेशकश परिपत्र में जोखिम कारकों का खुलासा किया था। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उस समय क्या जानकारी साझा की गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि समूह को दो दिन पहले ही अमेरिकी अभियोग के बारे में स्पष्ट जानकारी मिली।

अडानी समूह का विशाल पोर्टफोलियो

अडानी समूह के पास कुल 11 सार्वजनिक कंपनियों का पोर्टफोलियो है, जो ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, पोर्ट्स और ग्रीन एनर्जी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं। सिंह ने कहा कि इन सभी कंपनियों ने हमेशा कानूनों का पालन किया है और फिलहाल कोई भी कंपनी किसी कानूनी विवाद का हिस्सा नहीं है।

समूह की प्रतिक्रिया: आरोप निराधार

अडानी समूह ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि यह कानून के अनुपालन करने वाली कंपनी है। समूह ने बयान में कहा,

"हम सभी नियामक और कानूनी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हैं। अमेरिकी अभियोजन के आरोप तथ्यहीन हैं।"

क्या होगा आगे?

इस मामले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अडानी समूह को चर्चा के केंद्र में ला दिया है। हालांकि, समूह ने अपने रुख को स्पष्ट करते हुए इसे कानून प्रक्रिया का हिस्सा बताया है और कहा है कि जल्द ही विस्तृत जवाब पेश किया जाएगा।

गौतम अडानी और उनके समूह के लिए यह आरोप न केवल कानूनी बल्कि व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी एक बड़ी चुनौती हो सकता है। अब यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या घटनाक्रम सामने आते हैं और समूह अपनी प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए कैसे कदम उठाता है।