Jansatta : Jun 06, 2019, 06:14 PM
मेघालय के गवर्नर तथागत रॉय ने पश्चिम बंगाल की महिलाओं पर विवादित टिप्पणी की है। गरवर्नर ने कहा है कि बंगाली लड़कियां डांस बार में नाचती हैं और बंगाली लड़के पोंछा लगाते हैं। पूर्व बीजेपी नेता रॉय बंगाल से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने हिंदी सीखने का विरोध कर रहे कुछ राज्यों पर ट्विटर के जरिए अपने विचार रखे।उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘यह कोई बहुत बड़ा विरोध नहीं। वे लोग सिर्फ राजनीतिक कारणों की वजह से शोर मचा रहे हैं। अमस महाराष्ट्र, ओडिशा भी गैर-हिंदी वाले राज्य हैं लेकिन वह तो हिंदी का विरोध नहीं करते। वहीं दूसरी तरफ बंगाल में हिंदी का यह कहकर विरोध किया जा रहा है कि यह विद्यासागर, विवेकानंद, रबिंद्रनाथ टैगोर और नेताजी (सुभाषचंद्र बोस) की धरती है।’उन्होंने ट्वीट किया ‘इन महान हस्तियों और विपक्षियों के बीच हिंदी के विरोध करने को लेकर क्या संबंध है? उन्हें कौन समझाएगा कि इन हस्तियों का एक युग था जो कि अब नहीं रहा और इसी के साथ ही बंगाल का गौरव भी चला गया। अब हरियाणा से केरल तक बंगाली लड़के घरों में पोंछा तो बंगाली लड़कियां मुंबई में बार डांसर हैं।’ गवर्नर के ट्वीट्स का तृणमूल कांग्रेस ने विरोध किया है। सासंद ककोली घोष दस्तीदार ने गवर्नर के खिलाफ हजरा इलाके में धरना दिया।उन्होंने यह ट्वीट नई एजुकेशन ड्राफ्ट पॉलिसी का विरोध करने वालों के खिलाफ किया। दरअसल तमिलनाडु और अन्य गैर-हिंदी भाषी राज्यों में केवल स्थानीय भाषा और अंग्रेजी ही स्कूलों में पढ़ाई जाती है। ऐसे में सरकार इन राज्यों में तीन भाषा फॉर्मूला लागू करने पर विचार कर रही है। इसके अनुसार अन्य भाषाओं के साथ-साथ हिंदी भी स्कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल की जाएगी। इसके लिए सरकार ने एक कमेटी बनाई थी जिसने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है, लेकिन दक्षिण भारत के कई राज्यों ने इसका विरोध किया है और इसे मानने से इनकार भी किया है।