Vikrant Shekhawat : Sep 29, 2022, 03:38 PM
6 Airbags Mandatory: एक अक्टूबर, 2023 से पैसेंजर कारों में 6 एयरबैग्स का नियम लागू हो जाएगा. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ये जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि ऑटो इंडस्ट्री को सप्लाई चेन समस्या का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते ये फैसला किया गया है कि पैसेंजर गाड़ियों में 6 एयरबैग्स को जरूरी किए जाने का फैसला एक अक्टूबर, 2023 से लागू किया जाएगा. इससे पहले सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसी वर्ष एक अक्टूबर, 2022 से 6 एयरबैग्स को जरूरी किए जाने का प्रस्ताव दिया था. नितिन गडकरी ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी देते हुए लिखा कि ऑटो इंडस्ट्री के सामने वैश्विक सप्लाई चेन की दिक्कतों और उसके मैक्रो इकॉनमिक हालात को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि (M-1) कैटगरी के पैसेंजर गाड़ियों में 6 एयरबैग्स के नियम को एक अक्टूबर, 2023 से अनिवार्य किया जाएगा.सड़क परिवहन मंत्री ने आगे ट्वीट कर लिखा कि किसी भी पैसेंजर व्हीकल में यात्रा कर रहे सभी यात्रियों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है भले ही उसी कीमत और वैरिएंट हो भी जो.क्या है M1 कैटगरी! वाहन पोर्टल के मुताबिक M1 कैटगरी के तहत वैसे मोटर व्हीकल आती हैं जिसमें ड्राइवर सीट को मिलाकर कुल 8 सीटें होती है और 8 लोगों के बैठने की क्षमता होती है. माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले के बाद एंट्री- लेवल सेगमेंट की कारें महंगी हो जाएगी. केवल एंट्री- लेवल सेगमेंट की गाड़ियों की कीमतों में 17,000 रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी हो सकती है.
दरअसल भारतीय सड़कों पर चलने वाली लाखों गाड़ियों में से सिर्फ कुछ चुनिंदा कारों में ही 6 एयरबैग की सुविधा मिल रही है. देश में 10 फीसदी से भी कम कारों में 6 एयरबैग फीचर्स की सुविधा है. किसी भी पैसेंजर गाड़ियों में एयरबैग्स को सबसे जरूरी सेफ्टी फीचर्स के तौर पर देखा जाता है. और केवल महंगी गाड़ियों में ही 6 एयरबैग्स की सुविधा उपलब्ध है. आपको बता दें कि कुछ कंपनियां पहले सिर्फ एक एयरबैग के साथ ही कारें बेच रहीं थी. बाद में सरकार ने कार में 2 एयरबैग को अनिवार्य कर दिया था. सभी कार कंपनियों को इस साल जनवरी 2022 से अपग्रेड करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. लेकिन हाल में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए 6 एयरबैग्स को जरूरी किए जाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई.Safety of all passengers travelling in motor vehicles irrespective of their cost and variants is the foremost priority.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) September 29, 2022