नई दिल्ली / असम ही नहीं पूरे देश में लागू होना चाहिए एनआरसी: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा दुनिया में जब कोई भी देश अपने यहां किसी बाहरी नागरिक को नहीं घुसने देता तो भारत में बाहरी लोग कैसे रह सकते हैं। उन्होंने कहा देश के नागरिकों का एक रजिस्टर होना समय की जरूरत है। देश के लोगों के लिए एनआरसी पूरे देशभर में लागू किया जाना चाहिए। यह नेशनल रजिस्टर ऑफ आसाम नहीं है, यह नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन है जो पूरे देश में होना चाहिए।

भारत के गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हिन्दुस्तान पूर्वोदय 2019 में प्रधान संपादक शशिशेखर से बातचीत करते हुए एनआरसी मामले पर उठ रहे हर सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में जब कोई भी देश अपने यहां किसी बाहरी नागरिक को नहीं घुसने देता तो भारत में बाहरी लोग कैसे रह सकते हैं।

उन्होंने कहा जो लोग एनआरसी से बाहर हुए हैं उन्हें अपनी नागरिकता साबित करने के लिए मौका दिया जाएगा। एनआरसी का फैसले सही हुआ या गलत, इसे  ट्रिब्यूनल तय करेगा। जिनको दिक्कत है तो वे ट्रिब्यूनल के पास जाकर अपील कर सकते हैं। जो लोग अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाएंगे उन्हें एक कानूनी प्रक्रिया के तहत देश से बाहर किया जाएगा।

उन्होंने कहा देश के नागरिकों का एक रजिस्टर होना समय की जरूरत है। देश के लोगों के लिए यह पूरे देशभर में लागू किया जाना चाहिए। यह नेशनल रजिस्टर ऑफ आसाम नहीं है, यह नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन है जो पूरे देश में होना चाहिए। राजनीतिक लोग अपनी राय रख सकते हैं। देश के लोग उन्हें जवाब दे रहे हैं और हम समझते हैं कि जनता ने अपना जनादेश देकर हमें बता दिया है उन्हें क्या चाहिए। अमित शाह ने कहा कि उन्होंने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी एनआरसी लागू करने का वादा किया था जिसे पूरा कर रहे हैं।

नेशन इंटेलीजेंस ग्रिड के तहत असम जैसे राज्यों आतंकी घुसपैठ रोकने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत में संघी ढाचा है/फेडरल स्ट्रक्चर है, सभी राज्यों को साथ में में लेकर इस पर आगे बात की जा सकती है।