देश / ओमीक्रॉन के बीच बोत्सवाना से जबलपुर आई महिला की तलाश कर रहे एमपी के अधिकारी

मध्य प्रदेश के अधिकारी दक्षिणी अफ्रीकी देश बोत्सवाना की एक महिला की तलाश कर रहे हैं जो 18 नवंबर को जबलपुर आई थी। हालांकि एक अधिकारी ने बताया, "बोत्सवाना दूतावास के एक अधिकारी ने हमें बताया कि महिला जबलपुर में एक सैन्य संगठन में आइसोलेशन में है...हमने उनसे उनका मोबाइल नंबर और स्थानीय पता शेयर करने के लिए कहा है।"

Vikrant Shekhawat : Nov 30, 2021, 08:13 AM
जबलपुर: कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मामले हाल ही में कुछ देशों में सामने आने के मद्देनजर मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारी बोत्सवाना की एक महिला की तलाश कर रहे हैं. यह महिला 18 नवंबर को जबलपुर आई थी.

बता दें कि बता दें कि बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका में एक भूमि से घिरा देश है, जहां कोविड-19 के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ का पता चला है. 

जबलपुर के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. रत्नेश कुरारिया ने सोमवार को कहा, बोत्सवाना दूतावास के एक अधिकारी ने हमें फोन पर बताया कि महिला जबलपुर में एक सैन्य संस्थान में पृथकवास में है. हमने दूतावास से उसका मोबाइल नंबर और स्थानीय संपर्क देने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के स्वास्थ्य दिशानिर्देशों (कोविड-19 के प्रयास की जांच के लिए) के तहत खुनो ओरमीत सेल्यन नाम की महिला का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा, केंद्र सरकार के दिए रिकार्ड के अनुसार महिला दिल्ली से जबलपुर आई थी.

अधिकारी ने बताया कि जबलपुर एयरपोर्ट पर दर्ज उसके मोबाइल नंबर की ‘लोकेशन’ का पता लगाया गया. पुलिस जांच से पता चला है कि पिछले एक माह से फोन दिल्ली से बाहर नहीं ले जाया गया है. उन्होंने बताया कि महिला को खोजने के लिए जबलपुर एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है. इसके अलावा जबलपुर और आसपास के जिलों के होटलों से भी जानकारी जुटाई जा रही है.

डॉ. कुरारिया ने बताया कि निगरानी प्रक्रिया के तहत केंद्र सरकार नियमित रूप से विदेश से जबलपुर आने वाले आगंतुकों की सूची उपलब्ध करा रही है. पिछले माह ब्रिटेन से 164 लोगों ने जबलपुर को दौरा किया था. उनसे भी संपर्क किया गया और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की गई.

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला पिछले साल 30 मार्च को जबलपुर में सामने आया था. दुबई और जर्मनी से लौटे तीन लोगों संक्रमित पाए गए थे. विश्व स्वास्थ्य सगंठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को, इसे चिंताजनक स्वरूप बताया और इसे ओमीक्रोन नाम दिया.