Navratri 2020 / नवरात्रि के सातवें दिन होती है मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा, जाने पुजा विधि, मंत्र

आज, नवरात्रि के सातवें दिन, माँ दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति के अचानक संकटों से रक्षा होती है। माँ का यह रूप शत्रुओं का नाश करने वाला और दुष्ट है। नवरात्रि के सातवें दिन, जो लोग माँ कालरात्रि की पूजा करते हैं, वे भूत, प्रेत या बुरी शक्ति से डरते नहीं हैं। मां कालरात्रि का रंग कृष्ण के रंग का है। रंग के कारण, उन्हें कालरात्रि कहा गया है।

Vikrant Shekhawat : Oct 23, 2020, 07:27 AM
नवरात्रि 2020 माँ कालरात्रि पूजा: आज, नवरात्रि के सातवें दिन, माँ दुर्गा के कालरात्रि रूप की पूजा की जाती है। इनकी पूजा करने से व्यक्ति के अचानक संकटों से रक्षा होती है। माँ का यह रूप शत्रुओं का नाश करने वाला और दुष्ट है। नवरात्रि के सातवें दिन, जो लोग माँ कालरात्रि की पूजा करते हैं, वे भूत, प्रेत या बुरी शक्ति से डरते नहीं हैं। मां कालरात्रि का रंग कृष्ण के रंग का है। रंग के कारण, उन्हें कालरात्रि कहा गया है। माँ की 4 भुजाएँ हैं। दुर्गा माँ ने असुरों के रक्त को मारने के लिए ही माँ कालरात्रि को बनाया था, जो रक्त के राजा थे। जो भी भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करते हैं, उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइए हम माता की पूजा, मंत्र और आरती करते हैं।

मां कालरात्रि की पूजा करें

इस दिन सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। फिर मां को याद करें और मां कालरात्रि को धूप, अगरबत्ती, गंध, फूल और गुड़ का भोग लगाएं। फिर मां को उनकी प्रिय फूल रौत्री अर्पित करें। फिर मां कालरात्रि के मंत्रों का जाप करें। इस सच्चे दिल से माँ की आरती करें। मान्यता है कि इस दिन मां को गुड़ जरूर चढ़ाना चाहिए। साथ ही, ब्राह्मणों को भी दान करना चाहिए। माँ का पसंदीदा रंग लाल है।


माँ कालरात्रि का मंत्र:

1. उच्च और मुक्त

2. 2. कालरात्रिाय नम:

3. शरत फीट शत्रु सहकारी