देश / हिजाब विवाद में कूदा इस्लामिक देशों का संगठन, हरिद्वार हेट स्पीच पर भी बोला; भारत ने दिया करारा जवाब

कर्नाटक के स्कूलों एवं कॉलेजों में हिजाब पहनने की अनुमति न होने पर छिड़े विवाद ने अब अंतरराष्ट्रीय रूप ले लिया है। मुसलमान देशों के संगठन इस्लागिक सहयोग संगठन ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है और भारत को नसीहत देने की कोशिश की है। इस्लामिक सहयोग संगठन ने ट्वीट किया, 'इस्लामिक सहयोग संगठन का सचिवालय यह मांग करता है कि भारत मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा, उनके हितों का ख्याल रखे।

Vikrant Shekhawat : Feb 15, 2022, 04:05 PM
कर्नाटक के स्कूलों एवं कॉलेजों में हिजाब पहनने की अनुमति न होने पर छिड़े विवाद ने अब अंतरराष्ट्रीय रूप ले लिया है। मुसलमान देशों के संगठन इस्लागिक सहयोग संगठन ने इस मुद्दे पर टिप्पणी की है और भारत को नसीहत देने की कोशिश की है। इस्लामिक सहयोग संगठन ने ट्वीट किया, 'इस्लामिक सहयोग संगठन का सचिवालय यह मांग करता है कि भारत मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा, उनके हितों का ख्याल रखे। इस्लाम को मानने वाले लोगों की जीवनशैली की रक्षा करे। इसके अलावा हिंसा के लिए उकसाने वाले लोगों और हेट क्राइम करने वालों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया जाए।'

इस्लामिक सहयोग संगठन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग की है कि वह इस मामले में दखल और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रयास करे। इतना ही नहीं इस्लामिक सहयोग संगठन ने भारत को हरिद्वार में हुई धर्म संसद के दौरान हेट स्पीच को लेकर भी भारत को उपदेश देने की कोशिश की है। हालांकि भारत ने इस्लामिक सहयोग संगठन के रुख पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है और कहा कि भारत में हर मजहब के लोग बहुत खुशी के साथ रह रहे हैं। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी भारत को उपदेश नहीं दे सकता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि क्या पाकिस्तान में कोई लड़की जय श्री राम का नारा लगा सकती थी।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यदि पाकिस्तान में कोई लड़की जय श्री राम का नारा लगा देती तो उसका तो सिर ही कलम किया जा सकता था। इस्लामिक सहयोग संगठन में कुल 57 मुस्लिम देश शामिल हैं, जिनमें पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब जैसे बड़े मुस्लिम देश भी हैं। संयुक्त राष्ट्र के बाद यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा संगठन माना जाता है। अकसर इस्लामिक मुद्दों को लेकर इसकी मीटिंग्स होती रहती हैं। पाकिस्तान की ओर से कई बार इसमें कश्मीर के मुद्दे को भी उठाने का प्रयास किया गया है, लेकिन अब तक उसे सफलता नहीं मिल सकी है।