Vikrant Shekhawat : Mar 16, 2022, 07:24 AM
नई दिल्ली | पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हारने बाद कांग्रेस ने जवाबदेही तय करनी शुरू कर दी है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा मांगा है ताकि, नए सिरे से समितियों का गठन हो सके। यह पहली बार है जब हार के बाद इस तरह त्यागपत्र मांगा गया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। हालांकि, कई प्रदेश अध्यक्षों ने हार के बाद अपने से पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी थी।यूपी में अजय कुमार लल्लू, उत्तराखंड में गणेश गोदियाल, पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू, गोवा में गिरीश चोडनकर और मणिपुर में नमेईरकपैम लोकेन सिंह के पास पार्टी की कमान है। इस बीच, यूपी, उत्तराखंड और गोवा के प्रदेश अध्यक्षों ने अपना इस्तीफा सौंप भी दिया है। चुनाव में हार के कारणों पर विचार करने के लिए रविवार को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी इस्तीफे की मांग उठी थी। सीडब्ल्यूसी ने बयान में भी संगठनात्मक बदलाव करने की बात कही गई थी। ताकि, राजनीतिक चुनौतियां का सामना करने के लिए संगठन की कमजोरियों को दूर किया जा सके। यह हिदायत को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।चुनाव से पहले सौंपी थी सिद्धू को जिम्मेदारीविधानसभा चुनाव से पहले ही पार्टी ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। पर चुनाव में पार्टी 77 से 18 सीट पर सिमट गई। इसकी तरह यूपी में पार्टी 403 में से सिर्फ दो सीट जीत पाई।लल्लू-गोदियाल ने नैतिक जिम्मेदारी लीकांग्रेस अध्यक्ष के निर्णय का पालन होगा। यूपी में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। लोकतंत्र में जनता सर्वशक्तिमान है। हम भविष्य में उन्हें खुश करने की कोशिश करेंगे। पार्टी 2024 के आम चुनाव में बेहतर तरीके से लड़ने की कोशिश करेगी। -अजय कुमार लल्लूउत्तराखंड में पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। मैं परिणाम के दिन ही इस्तीफा देना चाहता था पर हाईकमान के आदेश की प्रतीक्षा पर रुका था। -गणेश गोदियाल