Viral News / दर्दनाक.. डिलीवरी के दौरान बुरी तरह कटा बच्ची का चेहरा, लगे 13 टांके

अमेरिका में रहने वाली एक महिला ने इमरजेंसी सी-सेक्शन डिलीवरी कराई थी लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस डिलीवरी के चलते उनकी बच्ची का चेहरा खराब हो जाएगा। इस बच्ची के बाएं गाल पर गहरी चोट थी और इस घाव को सिलने के लिए 13 टांके लगाने पड़े। रिएझाना विलियम्स नाम की ये महिला अपने पति के साथ कोलोराडो शहर के डेंवर हेल्थ केयर में एडमिट थी।

Vikrant Shekhawat : Jun 22, 2021, 04:56 PM
अमेरिका में रहने वाली एक महिला ने इमरजेंसी सी-सेक्शन डिलीवरी कराई थी लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस डिलीवरी के चलते उनकी बच्ची का चेहरा खराब हो जाएगा। इस बच्ची के बाएं गाल पर गहरी चोट थी और इस घाव को सिलने के लिए 13 टांके लगाने पड़े। रिएझाना विलियम्स नाम की ये महिला अपने पति के साथ कोलोराडो शहर के डेंवर हेल्थ केयर में एडमिट थी। ये कपल अपने बच्चे की डिलीवरी को नैचुरल तरीके से ही कराना चाहते थे।  इस महिला के पति ने फॉक्स 31 के साथ बातचीत में कहा कि डॉक्टर्स ने मेरी पत्नी की प्रसव पीड़ा को तेज करने के लिए एक दवा दी थी।

उन्होंने आगे कहा कि इसके कुछ ही मिनटों बाद इमरजेंसी सी-सेक्शन सर्जरी के लिए उसे ले जाया गया था।  हालांकि इस ऑपरेशन के बाद हम सब अपनी बच्ची की हालत देख काफी मायूस थे। उसके चेहरे के घाव को सील करने के लिए तुरंत प्लास्टिक सर्जन को बुलाना पड़ा था।

वही इस बच्ची की मां पूरी घटना से स्तब्ध है। उन्होंने कहा कि मैं समझने की कोशिश कर रही हूं कि हुआ क्या है। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि सी-सेक्शन से किसी बेबी के ऐसे हालात भी हो सकते हैं। मैंने कभी भी सी-सेक्शन के चलते बच्चों में इस तरह की परेशानी को नहीं देखा है।

वही इस लड़की के दादा वॉल्टर विलियम्स ने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आपकी पोती को पैदा होते ही किसी प्लास्टिक सर्जन को दिखाना पड़े और 13 टांके लगवाने पड़े। मुझे अपनी पोती के हालातों को देखकर काफी दुख पहुंचा था। डॉक्टर्स को इस मामले में जिम्मेदारी लेनी ही चाहिए।

इस मामले में एडवांस प्रैक्टिस नर्स लिजा मर्क के मुताबिक, मैंने 2500 से ज्यादा डिलीवरी कराई हैं और सी-सेक्शन में मदद भी की है लेकिन ये पहली बार है जब मैं इस तरह की कोई चीज देख रही हूं। सी-सेक्शन के दौरान बेबीज में ऐसे कट बेहद दुर्लभ हैं। 

चाइल्ड हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट मेडिसिन यूनिट्स नेटवर्क ने भी इस बात को कंफर्म किया है कि सी-सेक्शन सर्जरी के चलते ऐसे कट बहुत दुर्लभ है। इस नेटवर्क ने साल 1999-2000 में 13 अलग-अलग अस्पतालों में 37 हजार सी-सेक्शन सर्जरी की जांच की थी और उन्होंने पाया था कि महज 0।7 प्रतिशत बच्चों को ही इस समस्या का शिकार होना पड़ा है।