Live Hindustan : Dec 30, 2019, 06:55 AM
नई दिल्ली | भारतीय सेना के हाथों लगातार मुंह की खाने के बाद पाकिस्तानी सेना सीमा पर आतंकी नेटवर्क बढ़ाने की फिराक में है। पाक सेना की आतंकियों से नजदीकियों को देखते हुए भारत में जम्मू-कश्मीर समेत सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों को देखने के बाद आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों की मदद से पाकिस्तान भारत में बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (27 दिसंबर) को पाकिस्तानी सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कराची में स्थित जामिया रशीदिया मदरसे का दौरा किया था। जामिया रशीदिया मदरसे का संबंध जैश-ए-मोहम्मद से है। आतंकी सैय्यद सलाउद्दीन कई बार इस मदरसे का दौरा कर चुका है।इस मदरसे का नाम वर्ष 2002 में अमेरिकी समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर डैनियल पर्ल के अपहरण और हत्या से जुड़ा था। इस घटना के बाद संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने इसे आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। गफूर ने सार्वजनिक पोस्ट नहीं की : सोशल मीडिया पर पल-पल की अपडेट रखने वाले जनरल आसिफ गफूर ने इस यात्रा पर कोई सार्वजनिक पोस्ट नहीं की। लेकिन कई लोगों ने जामिया रशीदिया मदरसे में छात्रों के बीच उनकी फोटो को शेयर किया।आतंकी संगठन से सेना का मेलजोलदिसंबर की शुरुआत में पाकिस्तानी सेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने आतंकी संगठन अहले सुन्नत-वल-जमात के प्रमुख औरंगजेब फारुकी से मुलाकात की थी। अहले सुन्नत-वल-जमात पाकिस्तान के कुख्यात सिपाह-ए-सहाबा का हिस्सा है। यह संगठन पाकिस्तान में सैकड़ों की संख्या में शिया अल्पसंख्यकों की हत्या में शामिल रहा है। वर्तमान ने ये दोनों संगठन ‘नेशनल काउंटर टेररिज्म अथॉरिटी’ की सूची में शामिल है। पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों का इनसे मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है। इसे लेकर भारत में सतर्कता बढ़ा दी गई है।