देश / वैक्सीन बॉक्स व बेटी के साथ नदी पार कर टीका लगाने जाती झारखंड की नर्स की तस्वीर आई सामने

झारखंड के लातेहार में वैक्सीन बॉक्स और अपनी 1.5-वर्षीय बच्ची के साथ नदी पार कर नक्सल प्रभावित गावों में कोविड-19 टीकाकरण के लिए जाने वाली नर्स मंती कुमारी की एक तस्वीर सामने आई है। मंती ने कहा कि गावों के दूर होने और जंगल की वजह से उसके पास नदी पार करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।

Vikrant Shekhawat : Jun 22, 2021, 07:38 AM
लातेहार. जिले के महुआडांड़ में एएनएम के रूप में कार्यरत मानती कुमार इनदिनों सुर्खियों में है. दरअसल इस बारिश में जब सारी नदियां उफान पर हैं, फिर भी मानती बच्चों के टीकाकरण अभियान को बंद होने नहीं दिया है, वह रोज नदी पार कर अतिदुर्गम क्षेत्रों में जाती है और बच्चों को टीका लगाती है. इस दौरान उसके पीठ पर उसकी डेढ़ साल की बच्ची और कंधे पर वैक्सीन से भरा कंटेनर होता है. इतना वजन ढोकर मानती नदी पार करती है और बच्चों को टीका लगाती है.

न्यूज-18 से बातचीत में मानती ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से उसका पति अभी उसके साथ नहीं रह रहा है. इस कारण छोटी बच्ची को उसे साथ ले जाना पड़ता है. मानती आगे कहती है आखिर काम काम होता है, चाहे बीच में नदी आए या पहाड़ सबकुछ पार करना पड़ता है. बच्चों के टीकाकरण के लिए उसे गांव- गांव जाना पड़ता है. इस दौरान उसे कई नदियों को पार करना पड़ता है.

मानती बूढ़ा नदी पारकर अतिदुर्गम इलाके में जाकर निगेसिया, कोरवा जैसी जनजातियों के बच्चों को टीका लगाती है. वह लातेहार के चंदवा की रहने वाली है. लेकिन फिलहाल महुआडांड़ में एएनएम के तौर पर कार्यरत है. मानसी को घर के कामकाज के अलावा टीकाकरण अभियान के लिए काम करना पड़ता है.

मानती कहती है कि उनके काम में उसे पति का पूरा सहयोग मिलता है. इसी से उसे तमाम बाधाओं को पार कर काम करने की शक्ति मिलती है. उसे रोज नदी को पार कर टीका लगाने जाने पड़ता है. क्योंकि दूर दराज के इलाकों में सड़कों का अभाव है और कई नदियों में पुल तक नहीं हैं.

पीट पर बेटी और हाथ में वैक्सीन का कंटेनर लिए बूढ़ा नदी पार करती मानती की तस्वीर इनदिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. लोग उसके इस जज्बे को सराह रहे हैं.