Vikrant Shekhawat : Apr 21, 2022, 10:36 PM
प्रशांत किशोर (PK) 29 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। PK ने कांग्रेस की वापसी के लिए 600 स्लाइड्स का प्रेजेंटेशन तैयार किया है। बताया जा रहा है कि अभी किसी ने भी पूरा प्रेजेंटेशन नहीं देखा है। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पार्टी को जो टिप्स दिए हैं, वे अब बाहर आने लगे हैं।
सोनिया के साथ मीटिंग के दौरान राहुल और प्रियंका गांधी भी मौजूद थे। PK का प्रेजेंटेशन कांग्रेस के कुछ चुनिंदा लीडर्स को ही दिया गया है। उनसे इस पर दो फीडबैक मांगे गए हैं। पहला- प्रेजेंटेशन कैसा है। दूसरा- प्रशांत को कांग्रेस में शामिल किए जाने के बारे में है।
इस प्लान को कांग्रेस 2.0 कहा जा रहा है। NDTV के मुताबिक, प्लान में 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने पर फोकस किया गया है। प्लान में 1984 से 2019 के बीच कांग्रेस के सिलसिलेवार कारणों का भी जिक्र है।
प्लान की खास बातेंसोनिया कांग्रेस प्रेसिडेंट बनें। एक वर्किंग प्रेसिडेंट या वाइस प्रेसिडेंट गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए। राहुल गांधी को पार्लियामेंट्री बोर्ड का चीफ बनाया जाना चाहिए। नॉन गांधी वर्किंग या वाइस प्रेसिडेंट सीनियर लीडरशिप के आदेशों का पालन करे।
नई कांग्रेस को आम नागरिकों के बीच पैठ बनानी होगी। इस दौरान अपने सिद्धातों का पालन करना होगा। सहयोगियों को भरोसे में लेना होगा।भाई-भतीजावाद से दूर रहकर ‘एक परिवार-एक टिकट’ के फॉर्मूले पर चलना होगा। हर स्तर पर चुनाव के जरिए ही पार्टी प्रतिनिधि चुने जाएं।प्रेसिडेंट और वर्किंग कमेटी समेत हर पोस्ट के लिए कार्यकाल तय हो। 15 हजार जमीनी नेताओं के साथ 1 करोड़ कार्यकर्ता मुस्तैदी से काम करें।करीब 200 प्रभावी लोगों, एक्टिविस्ट्स और सिविल सोसायटी के लोगों का ग्रुप बनाया जाए।
PK ने कहा- कांग्रेस को मरने नहीं दिया जा सकताइतना ही नहीं उन्होंने गठबंधन से जुड़े मुद्दे को सुलझाने और पार्टी के कम्युनिकेशन सिस्टम में बदलाव करने की जरूरत पर भी जोर दिया है। PK के प्रेजेंटेशन की शुरुआत महात्मा गांधी के कोट- The Indian National Congress… cannot be allowed to die, it can only die with the nation. से हुई है, जिसका मतलब है- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को कभी मरने नहीं दिया जा सकता, यह सिर्फ राष्ट्र के साथ मर सकती है।
प्रशांत किशोर ने जो प्रेजेंटेशन दिया है, उसे उन्होंने सोनिया गांधी को पिछले साल जून में दिया था। इसमें भारत की जनसंख्या, वोटर, विधानसभा सीटें, लोकसभा सीटों तक के आंकड़े रखे गए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसान और छोटे व्यापारियों की संख्या तक का जिक्र किया है। इसमें 2024 में 13 करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर्स पर भी फोकस किया गया है।
ये भी बताया- 1984 के बाद कैसे घटा वोट प्रतिशतपीके ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि अभी कांग्रेस के राज्यसभा और लोकसभा में 90 सांसद हैं। विभिन्न विधानसभाओं में 800 विधायक हैं। कांग्रेस की तीन राज्यों में सरकार है। 3 में कांग्रेस सहयोगी दलों के साथ सरकार में है। वहीं, 13 राज्यों में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है। 3 राज्यों में कांग्रेस सहयोगियों के साथ मुख्य विपक्षी है। अपने प्रेजेंटेशन में PK ने बताया कि 1984 के बाद कैसे कांग्रेस का वोट परसेंटेज लगातार घटा है।
कांग्रेस की सत्ता में वापसी के तीन फॉर्मूलेकांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए PK ने तीन फॉर्मूले बताए हैं। पहला- कांग्रेस पूरे देश में सिर्फ अकेले चुनाव लड़े। दूसरा- कांग्रेस भाजपा और मोदी को हराने के लिए सभी पार्टियों के साथ आए और UPA को मजबूत करे। तीसरा- कुछ जगहों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़े और कुछ जगहों पर सहयोगियों के साथ मिलकर लड़े। इस दौरान कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी की छवि को भी बरकरार रखे।
सोनिया के साथ मीटिंग के दौरान राहुल और प्रियंका गांधी भी मौजूद थे। PK का प्रेजेंटेशन कांग्रेस के कुछ चुनिंदा लीडर्स को ही दिया गया है। उनसे इस पर दो फीडबैक मांगे गए हैं। पहला- प्रेजेंटेशन कैसा है। दूसरा- प्रशांत को कांग्रेस में शामिल किए जाने के बारे में है।
इस प्लान को कांग्रेस 2.0 कहा जा रहा है। NDTV के मुताबिक, प्लान में 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने पर फोकस किया गया है। प्लान में 1984 से 2019 के बीच कांग्रेस के सिलसिलेवार कारणों का भी जिक्र है।
प्लान की खास बातेंसोनिया कांग्रेस प्रेसिडेंट बनें। एक वर्किंग प्रेसिडेंट या वाइस प्रेसिडेंट गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए। राहुल गांधी को पार्लियामेंट्री बोर्ड का चीफ बनाया जाना चाहिए। नॉन गांधी वर्किंग या वाइस प्रेसिडेंट सीनियर लीडरशिप के आदेशों का पालन करे।
नई कांग्रेस को आम नागरिकों के बीच पैठ बनानी होगी। इस दौरान अपने सिद्धातों का पालन करना होगा। सहयोगियों को भरोसे में लेना होगा।भाई-भतीजावाद से दूर रहकर ‘एक परिवार-एक टिकट’ के फॉर्मूले पर चलना होगा। हर स्तर पर चुनाव के जरिए ही पार्टी प्रतिनिधि चुने जाएं।प्रेसिडेंट और वर्किंग कमेटी समेत हर पोस्ट के लिए कार्यकाल तय हो। 15 हजार जमीनी नेताओं के साथ 1 करोड़ कार्यकर्ता मुस्तैदी से काम करें।करीब 200 प्रभावी लोगों, एक्टिविस्ट्स और सिविल सोसायटी के लोगों का ग्रुप बनाया जाए।
PK ने कहा- कांग्रेस को मरने नहीं दिया जा सकताइतना ही नहीं उन्होंने गठबंधन से जुड़े मुद्दे को सुलझाने और पार्टी के कम्युनिकेशन सिस्टम में बदलाव करने की जरूरत पर भी जोर दिया है। PK के प्रेजेंटेशन की शुरुआत महात्मा गांधी के कोट- The Indian National Congress… cannot be allowed to die, it can only die with the nation. से हुई है, जिसका मतलब है- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को कभी मरने नहीं दिया जा सकता, यह सिर्फ राष्ट्र के साथ मर सकती है।
प्रशांत किशोर ने जो प्रेजेंटेशन दिया है, उसे उन्होंने सोनिया गांधी को पिछले साल जून में दिया था। इसमें भारत की जनसंख्या, वोटर, विधानसभा सीटें, लोकसभा सीटों तक के आंकड़े रखे गए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसान और छोटे व्यापारियों की संख्या तक का जिक्र किया है। इसमें 2024 में 13 करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर्स पर भी फोकस किया गया है।
ये भी बताया- 1984 के बाद कैसे घटा वोट प्रतिशतपीके ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि अभी कांग्रेस के राज्यसभा और लोकसभा में 90 सांसद हैं। विभिन्न विधानसभाओं में 800 विधायक हैं। कांग्रेस की तीन राज्यों में सरकार है। 3 में कांग्रेस सहयोगी दलों के साथ सरकार में है। वहीं, 13 राज्यों में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है। 3 राज्यों में कांग्रेस सहयोगियों के साथ मुख्य विपक्षी है। अपने प्रेजेंटेशन में PK ने बताया कि 1984 के बाद कैसे कांग्रेस का वोट परसेंटेज लगातार घटा है।
कांग्रेस की सत्ता में वापसी के तीन फॉर्मूलेकांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए PK ने तीन फॉर्मूले बताए हैं। पहला- कांग्रेस पूरे देश में सिर्फ अकेले चुनाव लड़े। दूसरा- कांग्रेस भाजपा और मोदी को हराने के लिए सभी पार्टियों के साथ आए और UPA को मजबूत करे। तीसरा- कुछ जगहों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़े और कुछ जगहों पर सहयोगियों के साथ मिलकर लड़े। इस दौरान कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी की छवि को भी बरकरार रखे।