G20 Summit India / G20 के मंच से PM मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च किया

दिल्ली में चल रहे जी20 सम्मेलन में भारत की कामयाबी का परचम लहराया है. इस दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस की लॉन्चिंग की. जी20 सम्मेलन में दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च करते हुए दुनिया के बाकी देशों से इसमें शामिल होने और इस दिशा में आपसी सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया है. पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सभी देश ईंधन को लेकर मिलकर काम करें. पीएम मोदी द्वारा लॉन्चिंग के बाद इस पर अब चर्चा हो रही

Vikrant Shekhawat : Sep 09, 2023, 10:30 PM
G20 Summit India: दिल्ली में चल रहे जी20 सम्मेलन में भारत की कामयाबी का परचम लहराया है. इस दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस की लॉन्चिंग की. जी20 सम्मेलन में दौरान पीएम मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च करते हुए दुनिया के बाकी देशों से इसमें शामिल होने और इस दिशा में आपसी सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया है. पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सभी देश ईंधन को लेकर मिलकर काम करें. पीएम मोदी द्वारा लॉन्चिंग के बाद इस पर अब चर्चा हो रही है.

ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस की लॉन्चिंग के बाद बायोफ्यूल क्या है? इसे समझना होगा.इसे बिल्कुल आसान भाषा में समझें तो बायोफ्यूल वो ईंधन है, जो पेड़-पौधे, अनाज, या फिर फूड वेस्ट से तैयार किया जाता है. इसमें मुख्य तौर पर एथेनॉल, बायोडीजल और बायोगैस शामिल है.

आज पीएम मोदी ने बायोफ्यूल अलायंस का प्रस्ताव पेश करते हुए बायोफ्यूल का इस्तेमाल बढ़ाने और पेट्रोल में 20 फीसदी तक एथेनॉल मिलाने की बात कही, जिस पर सभी देशों ने सहमति दी.

बायोफ्यूल को लेकर बढ़ेगी साझेदारी

साथ ही पीएम मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस में दुनिया के बाकी देशों को शामिल होने का न्यौता दिया. अलग-अलग देशों के शामिल होने पर ये एक वैश्विक गठबंधन होगा, जिसमें सभी देश मिलकर बायोफ्यूल को लेकर आपसी साझेदारी को बढ़ाएंगे.

पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सभी देश ईंधन को लेकर मिलकर काम करें. पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने का हमारा प्रस्ताव है और इसके लिए वैश्विक स्तर पर पहल करने का समय आ गया है.

इसका मकसद है बायोफ्यूल का इस्तेमाल बढ़ाने के साथ इसके वैश्विक बाजार को मजबूती देना हे. देशों के बीच बायोफ्यूल के आपसी कारोबार को आसान करना और बायोफ्यूल उत्पादन के बारे में एक दूसरे को तकनीकी मदद करना है.

बायोफ्यूल के उत्पादन के मामले में अमेरिका और ब्राजील को वर्ल्ड लीडर माना जाता है. ये दोनों ही देश जी-20 का हिस्सा है ऐसे में ये अलायंस इस दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है.

बायोफ्यूल होगा भारत का भविष्य का ईंधन

अमेरिका हर साल 57.5 अरब लीटर और ब्राजील 35.6 अरब लीटर एथेनॉल का उत्पादन करता है. भारत इस दिशा में तेजी से प्रयास कर रहा है और पिछले साल भारत ने 3 अरब लीटर का उत्पादन किया है.

इसमें हम आपको ये याद दिला दें कि हाल ही में देश में पूरी तरह एथेनॉल से चलने वाली कार का प्रोटो टाइप लॉन्च किया गया है. इससे साफ है कि भारत बोयोफ्यूल को भविष्य का ईंधन माना चुका है और तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ना चाहता है.

बता दें कि बायोफ्यूल के इस्तेमाल से प्राकृतिक ईंधन पर निर्भरता कम होगी. साथ ही प्रदूषण को रोकने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि बायोफ्यूल में प्राकृतिक ईंधन के मुकाबले कार्बन की मात्रा कम होती है.

इस सत्र में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया.