G20 Summit India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 5 दिवसीय विदेश दौरे के अंतिम चरण में गुयाना पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन में उतरते ही, राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने खुद पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह दृश्य दोनों देशों के बीच बढ़ते आपसी सहयोग और मित्रता को दर्शाता है।
गुयाना की धरती पर ऐतिहासिक स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के साथ ही गुयाना में उत्सव जैसा माहौल बन गया। राष्ट्रपति इरफान अली ने हवाई अड्डे पर स्वयं उनकी अगवानी की और गले लगाकर इस ऐतिहासिक क्षण को और भी खास बना दिया। गुयाना की जनता ने भी पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और स्वागत समारोह के जरिए भारतीय प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया।
भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भागीदारी
गुयाना दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी दूसरे भारत-कैरिकॉम (कैरेबियाई समुदाय) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह सम्मेलन भारत और कैरेबियाई देशों के बीच बढ़ते सहयोग के एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। इसमें व्यापार, जलवायु परिवर्तन, तकनीकी सहयोग, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की जाएगी।
संसद को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
अपने दौरे की सबसे खास कड़ी में पीएम मोदी गुयाना की संसद की विशेष बैठक को संबोधित करेंगे। यह अवसर न केवल भारत-गुयाना संबंधों को मजबूत करने का है, बल्कि भारत की वैश्विक भूमिका को और सशक्त बनाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को रेखांकित करेंगे और भविष्य के लिए साझेदारी के नए रास्ते खोलेंगे।
भारत-गुयाना संबंध: मजबूत होते कदम
गुयाना, जहां भारतीय मूल के लोगों की बड़ी आबादी है, भारत के लिए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच कृषि, ऊर्जा, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग की मजबूत संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा इन संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने में सहायक होगा।
भारत की वैश्विक भूमिका का विस्तार
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत की वैश्विक भूमिका को और सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम है। इससे न केवल भारत और गुयाना के रिश्ते मजबूत होंगे, बल्कि पूरे कैरेबियाई क्षेत्र के साथ भारत की साझेदारी को भी नया आयाम मिलेगा।
भारत वापसी
गुयाना दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत लौट आएंगे, जहां उनके इस दौरे के परिणामों पर व्यापक चर्चा की उम्मीद है। यह दौरा वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका और प्रभाव का एक और प्रमाण है।प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत और कैरेबियाई देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकेत देता है। यह भारत की "वसुधैव कुटुंबकम" की भावना और वैश्विक साझेदारी की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का एक और सफल अध्याय है।