Vikrant Shekhawat : Jan 27, 2023, 01:59 PM
Prime Minister Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोर्ड परीक्षाओं से पहले आज छात्रों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा' की। इस दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को परीक्षा का तनाव, रिजल्ट का दबाव और टाइम मैनेजमेंट से लेकर बच्चों के लगभग हर सवाल का जवाब दिया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है। देश के करोड़ों छात्र मेरे परीक्षा लेते हैं और मुझे मजा आता है। 'परीक्षा पे चर्चा' में पीएम मोदी ने एक बहुत अहम मुद्दे पर बात की। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया से ध्यान हटाकर बच्चे कैसे पढ़ाई करें। इस दौरान पीएम ने इंस्टाग्राम रील्स पर चुटकी ली।सोशल मीडिया से ध्यान हटाकर कैसे पढ़ें?जब एक बच्चे ने सवाल किया कि सोशल मीडिया से ध्यान हटाकर पढ़ाए पर कैसे मन लगाएं? इस पर पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले तो ये तय करना है कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट। कई बार आप गैजेट को ज्यादा स्मार्ट मान लेते हैं। भारत में एवरेज 6 घंटे लोग स्क्रीन पर बिताते हैं। पीएम ने कहा कि पहले जब मोबाइल फोन पर टॉकटाइम होता था तब लोग एवरेज 20 मिनट खर्च करते थे। पीएम ने कहा कि गैजेट हमें गुलाम बना देता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मैं भी बहुत एक्टिव रहता हूं, लेकिन मैंने उसके लिए समय तय किया है। मेरे हाथ में कभी शायद ही मोबाइल देखा होगा। पीएम मोदी ने 'डिजिटल फास्टिंग' का दिया मंत्रगैजेट का इस्तेमाल सिर्फ जरूरत के हिसाब से करें। गैजेट की वजह से हम अपनी क्षमता खोते जा रहे हैं। पहले तो लोग उपवास करते थे। अब क्या आप हफ्ते में कुछ घंटे गैजेट का उपवास कर सकते हैं क्या? पीएम ने छात्रों से आग्रह किया कि हफ्ते में कुछ दिन या फिर दिन में कुछ घंटे टेक्नोलॉजी की फास्टिंग कर सकते हैं क्या? मोदी ने कहा कि 'डिजिटल फास्टिंग' करें।रील्स पर बच्चों से क्या बोले पीएम मोदी? पीएम ने इस दौरान इंस्टाग्राम रील्स पर चुटकी लेते हुए कहा कि जबसे स्क्रीन और उसमें से रील आई है, एक बार शुरू करने के बाद निकल पाते हैं क्या? इस बात पर सभी बच्चे हंसने लगे। प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों से पूछा कि आपमें से कोई रील देखता है क्या? इसपर बच्चों ने एक धुन में 'नहीं' जवाब दिया। इसपर पीएम ने कहा तो फिर शर्माते क्यों हो? उन्होंने पूछा कि फिर निकल पाते हैं क्या रील से बाहर? मोदी ने कहा कि हमारी क्रिएटिविटी के 6 घंटे अगर स्क्रीन पर जाएं तो ये बहुत चिंता का विषय है।