Movie Review / भारतीय शिक्षा प्रणाली की दशा दर्शाती है प्रकाश झा की फिल्म 'परीक्षा'

ज़ी5 पर हाल ही में प्रकाश झा की फिल्म 'परीक्षा' रिलीज़ हुई है जिसमे आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, शुभम झा और संजय सूरी नजर आ रहे है। फिल्म को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और फिल्म ने भारत में शिक्षा प्रणाली की दशा को बहुत अच्छे से दर्शाया हैं।फिल्म की कहानी एक रियल लाइफ स्टोरी पर आधारित है। यह कहानी है बिहार में एक रिक्शा चलाने वाली की जिसका सपना है की जिस स्कूल के बच्चे वह रोज़ सुबह अपने रिक्शा चलाकर छोड़ने जाता है।

Vikrant Shekhawat : Aug 08, 2020, 07:08 PM

न्यूज़ हेल्पलाइन – 8 अगस्त 2020 | ज़ी5 पर हाल ही में प्रकाश झा की फिल्म 'परीक्षा' रिलीज़ हुई है जिसमे आदिल हुसैन, प्रियंका बोस, शुभम झा और संजय सूरी नजर रहे है। फिल्म को काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और फिल्म ने भारत में शिक्षा प्रणाली की दशा को बहुत अच्छे से दर्शाया हैं।

फिल्म की कहानी एक रियल लाइफ स्टोरी पर आधारित है। यह कहानी है बिहार में एक रिक्शा चलाने वाली की जिसका सपना है की जिस स्कूल के बच्चे वह रोज़ सुबह अपने रिक्शा चलाकर छोड़ने जाता है।  उसी स्कूल में  वह अपने बेटे को पढ़ा सके। लेकिन यह सब पूरा करना उसके लिए आसान नहीं होता। उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यह कहानी है उस पिता की कैसे वह अपने बेटे की अच्छी शिक्षा के लिए हर मुसीबत का सामना करने के लिए तैयार रहता हैं।

फिल्म में हमारे देश में कॉस्ट और क्लास की वजह से फैली असमानता को बहुत ही सही रूप से दिखाया गया हैं। हमारे देश में बच्चा किस स्कूल में पढ़ सकता है , यह फैसला उसके परिवार का सोशल और फिनांशियल स्टेटस देखकर किया जाता हैं। फिल्म में इस बात को बहुत ही सलीके से दिखाया गया है और फिल्म 'परीक्षा' हमारे समाज की शिक्षा प्रणाली में फैले गंद को दिखाने में पास हुई हैं।

फिल्म की कहानी में और जान फिल्म के किरदारों ने भरी है। आदिल हुसैन ने एक बार फिर दिखा दिया है की वह एक उन्दा कलाकार है। बुचि के किरदार को उन्होंने ऐसे जिया है की आपको उसकी हालत देखकर उससे सहानुभूति होती हैं। प्रियंका बोस ने भी अपने किरदार को अच्छे से निभाया है और शुभम झा ने प्रियंका और आदिल का बखूभी साथ दिया है। फिल्म में संजय सूरी एक पोलिसवाले के रोल में नजर आये है और उन्होंने भी अच्छी अदाकारी से फिल्म को ख़ास बनाया हैं।

प्रकाश झा ने एक बार फिर दिखा दिया है की वह एक बेहतरीन डायरेक्टर है। उनकी इस फिल्म के माध्यम से समाज  में शायद कुछ बदलाव सके।