News18 : Sep 14, 2020, 03:50 PM
दिल्ली। दिल्ली दंगों (Delhi Riots) की साज़िश रचने के मामले में जेनएयू (JNU) के पूर्व छात्र उमर ख़ालिद (Umar Khalid) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। उमर खालिद की गिरफ्तारी को लेकर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण (Prashant Bhushan) ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि पुलिस की ओर से जांच की आड़ में शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं को फंसाने की ये साजिश है। प्रशांत भूषण की तरह ही स्वराज इंडिया (Swaraj India party) के अध्यक्ष योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने भी उमर खालिद की गिरफ्तारी पर अपना विरोध दर्ज कराया है।
बता दें कि उमर खालिद का नाम दिल्ली दंगों की लगभग हर चार्टशीट में है। उमर खालिद की गिरफ्तारी गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत की गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई के विरोध में प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए कहा है कि येचुरी, योगेंद्र यादव, जयति घोष और अपूर्वानंद का नाम लेने के बाद अब उमर खालिद की गिरफ्तारी से दिल्ली दंगे की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के दुर्भावनापूर्ण नजरिए को समझने में कोई संदेह नहीं बचा है। यह पुलिस द्वारा जांच की आड़ में सामाजिक कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश है।
बता दें कि उमर खालिद का नाम दिल्ली दंगों की लगभग हर चार्टशीट में है। उमर खालिद की गिरफ्तारी गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत की गई है। दिल्ली पुलिस की ओर से की गई इस कार्रवाई के विरोध में प्रशांत भूषण ने ट्वीट करते हुए कहा है कि येचुरी, योगेंद्र यादव, जयति घोष और अपूर्वानंद का नाम लेने के बाद अब उमर खालिद की गिरफ्तारी से दिल्ली दंगे की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के दुर्भावनापूर्ण नजरिए को समझने में कोई संदेह नहीं बचा है। यह पुलिस द्वारा जांच की आड़ में सामाजिक कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश है।
Umar Khalid's arrest by Delhi police after naming Yechury, Yogendra Yadav, Jayati Ghosh& Apoorvanand, leaves no doubt at all about the malafide nature of it's investigation into Delhi riots. It's a conspiracy by the police to frame peaceful activists in the guise of Investigation
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) September 14, 2020
उमर खालिद की गिरफ्तारी पर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने सवाल उठाते हुए कहा है कि मैं ये खबर सुनकर हैरान हूं कि आतंकवाद विरोधी कानून यूएपीए का इस्तेमाल एक युवा और आदर्शवादी उमर खालिद को गिरफ्तार करने के लिए किया गया। जिन्होंने हमेशा ही किसी न किसी रूप में हिंसा और सांप्रदायिकता का विरोध किया है। वो नि:संदेह उन नेताओं में से हैं, जो संविधान के पक्षधर हैं। दिल्ली पुलिस भारत के भविष्य को लंबे समय तक हिरासत में नहीं रख सकती।उमर खालिद से पहले भी दो बार पूछताछ कर चुकी है दिल्ली पुलिसइस मामले में उमर खालिद से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पहले भी दो बार पूछताछ कर चुकी है। पहली बार कुछ महीने पहले पूछताछ की गई थी, जबकि दूसरी बार 2 सितंबर को उससे पूछताछ की गई थी। इतना ही नहीं पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी जांच के लिए जब्त किया था। खबर है कि दिल्ली पुलिस ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के पहले उसके भाषण और दिल्ली में आरोपियों के साथ हुई बातचीत के कॉल रिकार्ड, आरोपियों के साथ मीटिंग और आरोपियों के बयानों में साज़िशकर्ता बताने पर उमर खालिद को गिरफ्तार किया है।Shocked that an anti-terror law UAPA has been used to arrest a young, thinking, idealist like @UmarKhalidJNU who has always opposed violence and communalism in any form.
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 14, 2020
He is undoubtedly among the leaders that India deserves.@DelhiPolice can't detain India's future for long.