विश्व / राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बताया क्यों ईरान के टॉप कमांडर सुलेमानी को मारना हो गया था जरुरी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के निर्णय पर स्पष्टीकरण देते हुये कहा है कि उनकी यह कार्रवाई युद्ध को रोकने के लिए थी न कि शुरूआत करने के लिये। उन्होंने चेतवानी देते हुए कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सतर्क है और यदि ईरान ने किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाया तो जो भी कार्रवाई करनी पड़ी उसके लिए वह तैयार हैं।

Live Hindustan : Jan 04, 2020, 07:20 AM
वाशिंगटन | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के निर्णय पर स्पष्टीकरण देते हुये कहा है कि उनकी यह कार्रवाई युद्ध को रोकने के लिए थी न कि शुरूआत करने के लिये। 

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “अमेरिका ने ईरान के सुलेमानी के खिलाफ शुक्रवार को कार्रवाई युद्ध खत्म करने के लिए की न कि युद्ध को शुरू करने के लिए।”

उन्होंने चेतवानी देते हुए कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति सतर्क है और यदि ईरान ने किसी भी नागरिक को नुकसान पहुंचाया तो जो भी कार्रवाई करनी पड़ी उसके लिए वह तैयार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सुलेमानी पर भयावह हमलों की योजना बनाने का आरोप लगाया। हालांकि, उन्होंने कथित साजिश के बारे में विस्तार से नहीं बताया। उन्होंने कहा, “हमने सुलेमानी को एक योजना बनाने में शामिल होने में पकड़ा था और खत्म कर दिया।”

गौरतलब है कि रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी के बगदाद अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नजदीक अमेरिकी रॉकेट हमले में मारे जाने के बाद मध्य पूर्वी देशों में तनाव की स्थिति बढ़ गयी है। उधर, ईरान ने बगदाद में अमेरिकी हवाई हमलों में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स बल प्रमुख कासिम सुलेमानी की मौत के बाद उप प्रमुख इस्माईल कयानी को नया कमांडर घोषित किया है।

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने एक बयान में कहा, ''महान कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की शहादत के बाद, मैं ब्रिगेडियर जनरल इस्माईल कयानी को इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स बल का कमांडर नियुक्त करता हूं।'' यह बयान उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर साझा किया गया है।  उन्होंने कहा, ''मैंने बल के सदस्यों से मुलाकात कर जनरल कयानी के साथ सहयोग की अपील की।'