दुनिया / इस देश के राष्ट्रपति हुए कोरोना वायरस से संक्रमित, 7 दिन के लिए आईसोलेट

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को कोरोनवायरस से संक्रमित पाया गया है। मैक्रों ने कोरोना वायरस के लक्षण दिखाने के बाद अपनी जांच कराई, जिसमें उन्हें कोविद -19 से संक्रमित पाया गया। संक्रमित होने के बाद मैक्रोज़ अलग-थलग पड़ गए हैं और जो लोग उनके संपर्क में आए, उन्हें भी अलग किया जा रहा है। 42 वर्षीय मैक्रोन ने कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण दिखाने के बाद एक जांच कराई।

Vikrant Shekhawat : Dec 17, 2020, 04:20 PM
पेरिस। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को कोरोनवायरस से संक्रमित पाया गया है। मैक्रों ने कोरोना वायरस के लक्षण दिखाने के बाद अपनी जांच कराई, जिसमें उन्हें कोविद -19 से संक्रमित पाया गया। संक्रमित होने के बाद मैक्रोज़ अलग-थलग पड़ गए हैं और जो लोग उनके संपर्क में आए, उन्हें भी अलग किया जा रहा है।

42 वर्षीय मैक्रोन ने कोरोना वायरस से संबंधित लक्षण दिखाने के बाद एक जांच कराई। जांच में संक्रमित पाए जाने के बाद, वह सात दिनों के लिए अलग हो गया है। एक अधिकारी ने बताया कि मैक्रोन अभी भी कार्यभार संभाल रहे हैं और वह अलगाव में रहते हुए काम करेंगे। फ्रांस में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस हफ्ते से रात का कर्फ्यू शुरू कर दिया गया है।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने संक्रमित पाए जाने के बाद अपने सभी बाद के दौरे रद्द कर दिए हैं। इसमें उनकी लेबनान यात्रा भी शामिल थी। आपको बता दें कि बुधवार को पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने लंच पर मुलाकात की।


मैक्रों को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है

बता दें कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ऐसे समय में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं जब फ्रांस में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही महामारी और देश की अर्थव्यवस्था के खिलाफ लड़ाई पर सवाल उठ रहे हैं। इसके अलावा, वह पुलिस के बारे में अपने फैसलों को लेकर भी विरोध का सामना कर रहा है।

आपको बता दें कि मैक्रॉन से पहले डोनाल्ड ट्रम्प, बोरिस जॉनसन और ज़ैरे बोल्सोनारो भी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं।

फ्रांस में हालात बदतर हो रहे हैं

नए मामलों में सबसे बड़ी छलांग 21 नवंबर के बाद से फ्रांस में देखी गई, जहां 17,615 नए मामले सामने आए। फ्रांस में कोरोना वायरस के कारण बुधवार को 289 लोगों की जान चली गई। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, फ्रांस में इस घातक महामारी की शुरुआत के बाद से दो मिलियन से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, इस वायरस के कारण 59,400 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।