France New PM / गेब्रियल अटल बने फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री- स्कूली ड्रेस पर बयान देकर मचाई थी खलबली

गेब्रियल अटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए हैं। जानकारी के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को गेब्रियल अटल को देश का नया प्रधान मंत्री नामित किया। क्योंकि वह गर्मियों में होने वाले यूरोपीय संघ चुनावों से पहले एक नया रास्ता तय करना चाहते हैं। इससे पहले अटल ने शिक्षा मंत्री के रूप में सेवाएं दी हैं। 34 वर्ष की आयु के गेब्रियल अटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं।

Vikrant Shekhawat : Jan 09, 2024, 05:36 PM
France News: गेब्रियल अटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए हैं। जानकारी के अनुसार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को गेब्रियल अटल को देश का नया प्रधान मंत्री नामित किया। क्योंकि वह गर्मियों में होने वाले यूरोपीय संघ चुनावों से पहले एक नया रास्ता तय करना चाहते हैं। इससे पहले अटल ने शिक्षा मंत्री के रूप में सेवाएं दी हैं। 34 वर्ष की आयु के गेब्रियल अटल फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं। 

इस वजह से चर्चा में आए थे गेब्रियल अटल

गौरतलब है कि फ्रांस के पीएम गेब्रियल अटल ने पहले फ्रांस के शिक्षा मंत्री के रूप में दुनियाभर में तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने घोषणा की थी कि मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों द्वारा पहना जाने वाला परिधान अबाया को फ्रांस के सरकारी स्कूलों में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इमैनुएल मैक्रॉन के लंबे समय से समर्थक और मित्र गेब्रियल अटल ने तब कहा था कि नीति नए स्कूल वर्ष की शुरुआत में लागू होगी।

फ्रांस की राजनीति का उभरता हुआ सितार हैं नए पीएम गेब्रियल अटल

इससे पहले अटल महज 34 साल की उम्र में फ्रांस के आधुनिक इतिहास में सबसे कम उम्र के शिक्षा मंत्री के रूप में आसीन हुए थे और अब वे प्रधानमंत्री बनाए गए। उन्हें उन्हें फ्रांसीसी राजनीति में एक उभरता हुआ सितारा माना जाता है। अबाया प्रतिबंध की घोषणा करने से ठीक एक महीने पहले अपने पद पर पदोन्नत होने के बाद अटल ने तुरंत फ्रांस की शिक्षा प्रणाली पर अपनी छाप छोड़ी और विवादों में घिर गए थे।

एलिजाबेथ बोर्न ने दिया पीएम पद से इस्तीफा

इससे पहले राजनीतिक उथल पुथल के बीच फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का कारण नए इमिग्रेशन कानून पर हालिया राजनीतिक तनाव को माना जा रहा है। इसी के साथ राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के लिए आने वाले दिनों में नई सरकार नियुक्त करके नई गति हासिल करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।