Vikrant Shekhawat : Jul 01, 2024, 08:17 AM
France Parliamentary Elections: फ्रांस में संसदीय चुनाव के पहले दौर के लिए रविवार को बड़े पैमाने पर मतदान हुआ. जिसके बाद अब यह अनुमान जताया जा रहा है कि नाजी युग के बाद सत्ता की बागडोर पहली बार राष्ट्रवादी और धुर-दक्षिणपंथी ताकतों के हाथों में जा सकती है. दो चरणों में हो रहा संसदीय चुनाव सात जुलाई को खत्म होगा. चुनाव परिणाम से यूरोपीय वित्तीय बाजारों, यूक्रेन के लिए पश्चिमी देशों के समर्थन और वैश्विक सैन्य बल एवं परमाणु शस्त्रागार के प्रबंधन के फ्रांस के तौर-तरीके पर काफी प्रभाव पड़ने की संभावना है.मैक्रों के नेतृत्व से निराशअनेक फ्रांसीसी मतदाता महंगाई और आर्थिक चिंताओं से परेशान हैं. वो राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के नेतृत्व से भी निराश हैं. मरीन ले पेन की आव्रजन विरोधी नेशनल रैली पार्टी ने इस असंतोष को चुनाव में भुनाया है और उसे विशेष रूप से टिकटॉक जैसे ऑनलाइन मंचों के जरिए हवा दी है. चुनाव से पहले सभी जनमत सर्वे में नेशनल रैली की जीत का अनुमान जताया गया है.नया वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ्रंट भी व्यापार समर्थक मैक्रों और उनके मध्यमार्गी गठबंधन गेदर फॉर द रिपब्लिक के लिए चुनौती पेश कर रहा है.पहले चरण का मतदानदरअसल फ्रांस में संसदीय चुनाव के लिए रविवार सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और चुनाव परिणाम के शुरुआती रुझान रात आठ बजे आने की उम्मीद है. इस साल जून की शुरुआत में यूरोपीय संसद के चुनाव में नेशनल रैली से मिली करारी शिकस्त के बाद मैक्रों ने फ्रांस में मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी.नेशनल रैली की जीत की संभावनानेशनल रैली का नस्लवाद और यहूदी-विरोधी भावना से पुराना संबंध है और यह फ्रांस के मुस्लिम समुदाय की विरोधी मानी जाती है.चुनाव परिणाम संबंधी पूर्वानुमान के अनुसार, संसदीय चुनाव में नेशनल रैली की जीत की संभावना है.20 प्रतिशत ज्यादा पड़े वोटदेश में 4.95 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं जो फ्रांस की संसद के प्रभावशाली निचले सदन नेशनल असेंबली के 577 सदस्यों को चुनेंगे. मतदान बंद होने से तीन घंटे पहले 59 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह 2022 में हुए पहले दौर के मतदान से 20 प्रतिशत अधिक है.