News18 : Jul 16, 2020, 09:10 AM
नई दिल्ली। कोरोना के इस संकट में वैसे ही आम आदमी का जीना दूभर (Hard time for common man) हो गया है। वहीं, अब सब्जियों (Vegetable Prices) की कीमतों में तेजी आने लगी है। टमाटर की कीमतें आम आदमी की जेब पर भारी हो गई है। दिल्ली में टमाटर 80 रुपये से 100 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव पर बिक रहा है। उपभोक्ता मंत्री राम विलास पासवान (Consumer Affairs Minister Ram Vilas Paswan) ने कहा कि इस मौसम में टमाटर के खराब होने की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए कीमत में तेजी आई है। पासवान ने कहा कि फसल का समय नहीं होने के कारण आम तौर पर, जुलाई से सितंबर के दौरान टमाटर की कीमतें अधिक रहती हैं। टमाटर के जल्द खराब होने के गुण के कारण, इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव अधिक होता है। उन्होंने कहा कि आपूर्ति सुधरने के बाद कीमतें सामान्य स्तर पर आ जाएंगी। एक महीने पहले यह करीब 20 रुपये किलो बिक रहा था।
क्यों महंगी हो रही सब्जियां- मानसून सीजन में हो रही भारी बारिश से फसल खराब हो रही है। वहीं, लॉकडाउन और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते लागत बढ़ गई है। इसीलिए टमाटर समेत अन्य सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।हरियाणा और हिमाचल में टमाटर की फसल खराब हुई है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी लॉकडाउन ने टमाटर की कीमतें बढ़ा दी है।उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू और कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश देश के कम टमाटर उत्पादन करने वाले राज्य हैं।वे आपूर्ति के लिए अधिक उत्पादन करने वाले राज्यों पर निर्भर करते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में सालाना लगभग एक करोड़ 97 लाख टन टमाटर का उत्पादन होता है, जबकि खपत लगभग एक करोड़ 15 लाख टन है।सब्जियों की नई कीमतें- दिल्ली में कुछ दिनों पहले टमाटर 10-15 रुपये किलो बिक रहा था। वहीं, अब ये 80-100 रुपये किलो तक चला गया है। यही नहीं, अन्य हरी सब्जियां (Green vegetables) और आलू (Potato) भी उसी के पीछे-पीछे चलना शुरू कर दिया है।गुरुग्राम, गंगटोक, सिलीगुड़ी और रायपुर में टमाटर 70-90 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है, जबकि गोरखपुर, कोटा और दीमापुर में 80 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव है। आंकड़ों के अनुसार, उत्पादक राज्यों में भी, हैदराबाद में कीमत मजबूत होकर 37 रुपये प्रति किग्रा है। चेन्नई में 40 रुपये किलो और बेंगलुरु में 46 रुपये किलो है।
क्यों महंगी हो रही सब्जियां- मानसून सीजन में हो रही भारी बारिश से फसल खराब हो रही है। वहीं, लॉकडाउन और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते लागत बढ़ गई है। इसीलिए टमाटर समेत अन्य सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।हरियाणा और हिमाचल में टमाटर की फसल खराब हुई है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी लॉकडाउन ने टमाटर की कीमतें बढ़ा दी है।उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू और कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश देश के कम टमाटर उत्पादन करने वाले राज्य हैं।वे आपूर्ति के लिए अधिक उत्पादन करने वाले राज्यों पर निर्भर करते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में सालाना लगभग एक करोड़ 97 लाख टन टमाटर का उत्पादन होता है, जबकि खपत लगभग एक करोड़ 15 लाख टन है।सब्जियों की नई कीमतें- दिल्ली में कुछ दिनों पहले टमाटर 10-15 रुपये किलो बिक रहा था। वहीं, अब ये 80-100 रुपये किलो तक चला गया है। यही नहीं, अन्य हरी सब्जियां (Green vegetables) और आलू (Potato) भी उसी के पीछे-पीछे चलना शुरू कर दिया है।गुरुग्राम, गंगटोक, सिलीगुड़ी और रायपुर में टमाटर 70-90 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है, जबकि गोरखपुर, कोटा और दीमापुर में 80 रुपये प्रति किलोग्राम का भाव है। आंकड़ों के अनुसार, उत्पादक राज्यों में भी, हैदराबाद में कीमत मजबूत होकर 37 रुपये प्रति किग्रा है। चेन्नई में 40 रुपये किलो और बेंगलुरु में 46 रुपये किलो है।