Vikrant Shekhawat : Feb 21, 2021, 09:45 PM
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (Prayagraj) जिले के यमुनापार बसवार गांव में रविवार को उस समय अफरा तफरी मच गई जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Vadra) के काफिले के बीच भेड़ों का एक झुंड घुस गया। कांग्रेस नेता प्रियंका दरअसल उस दौरान यमुना नदी (Yamuna River) के किनारे अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के साथ टूटी हुई नावें देखने पैदल जा रही थीं।डंडे से हांकी गई भेड़प्रियंका के काफिले में भेड़ों का झुंड घुसने पर भी काफिले की रफ्तार में कोई कमी नहीं आई। वहीं प्रियंका वाड्रा भी अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों के साथ घटनास्थल की ओर आगे बढ़ती रहीं। इस घटनाक्रम की वजह से स्थानीय चरवाहे गेंदा लाल पाल को कुछ परेशान महसूस हुई। उन्होंने तत्काल एक डंडे से भेड़ों को हांक कर बाहर निकालना शुरू किया तो फिर रास्ता साफ होने के बाद ही शांत हुए। 'भगवान का शुक्र है नहीं हुआ नुकसान'कांग्रेस पार्टी की नेता के मौके से रवाना होने के बाद बाद गेंदा लाल पाल ने बताया कि उन्हें कुछ देर पहले ही पता चला कि (दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी की पोती, प्रियंका गांधी यहां आई हैं। काफिले में भेड़ों के झुंड के घुसने के बारे में गेंदा लाल ने कहा, ' हमें तो सिर्फ इस बात का डर सता रहा था कि भीड़ के बीच कहीं हमारी कोई भेड़ कहीं खो ना जाए। लेकिन भगवान की कृपा से हमारी सभी 100 भेड़ें मिल गईं।'गौरतलब है कि चार फरवरी, 2021 को जिला प्रशासन और पुलिस ने बालू के कथित अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निषाद समाज के लोगों को कथित तौर पर पीटा था और उनकी नावें तोड़ दी थीं। कांग्रेस महासचिव पीड़ितों से आज मिलने यहां आयी थी।