Dainik Navajyoti : Jul 12, 2020, 08:22 AM
बॉलिवुड इंडस्ट्री में राजकुमार राव ने शानदार ऐक्टिंग से अलग ही मुकाम बनाया है। लेकिन उनको यहां तक पहुंचने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा। शाहिद जैसे कई प्रॉजेक्ट के लिए क्रिटिक्स की तारीफ पाने के बाद आखिरकार उन्हें सफलता मिली और उनकी फिल्म स्त्री ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये की कमाई की। राजकुमार राव को अपने सपनों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी और कई बार रिजेक्शन का सामना भी करना पड़ा। उनके सामने फाइनेंस समस्याएं भी आईं लेकिन ऐक्टर ने अपने सपनों को पूरा किया और आज उनकी कहानी दूसरों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
अच्छी ऐक्टिंग के बाद भी नहीं मिला लीड रोलराजकुमार राव ने साल 2017 में एक इंटरव्यू दिया था। इस दौरान ऐक्टर ने खुलासा किया कि कैसे एक डायरेक्टर ने उन्हें फेयर न होने और पर्याप्त मसल्स न होने के चलते रिजेक्ट कर दिया था। उन्होंने कहा, 'जब मैं 7 साल पहले मुंबई में काम की तलाश में आया था तब आज की तरह नहीं दिखता था। मैंने एक डायरेक्टर को ऑडिशन दिया, जो अपनी पहली फिल्म बना रहा था। डायरेक्टर ने मेरे टेस्ट को पसंद किया और मुझसे कहा कि ऐक्टिंग ठीक है लेकिन मैं आपको लीड रोल नहीं दे सकता क्योंकि इसके लिए फेयर और अच्छी मसल्स होनी चाहिए। लेकिन क्या आप मेरी फिल्म में एक छोटा किरदार निभाना चाहते हैं? मैंने उनकी फिल्म इसलिए नहीं की क्योंकि मैं उनकी फिल्ममेकिंग की थिअरी से सहमत नहीं था।'
कभी फेयरनेस क्रीम को प्रमोट नहीं कियाराजकुमार राव ने बताया कि जैसा कि उन्हें अपने कलर के चलते रिजेक्ट कर दिया गया था। इसके बाद मैंने निर्णय लिया कि वह कभी फेयरनेस क्रीम्स का प्रमोट नहीं करेंगे। ऐक्टर ने बताया, 'मैं हतोत्साहित नहीं हुआ क्योंकि मुझे पता था कि ऐसा होगा। इंडस्ट्री में हर तरह के लोग हैं। मुझे पता था कि ऐसे लोग भी मिलेंगे जो मेरी संवेदनाओं को समझेंगे और मुझे लीड ऐक्टर के लिए सोचेंगे। भगवान की कृपा से मैं यहां कुछ अच्छे लोगों से मिला। लेकिन मैंने कभी फेयरनेस क्रीम का प्रचार नहीं किया चाहें मुझे कितने पैसों का ऑफर मिला हो।'
मुंबई में जीने के लिए किए विज्ञापनऐक्टर ने कहा, 'मझे पता था कि इंडस्ट्री में आगे बढ़ने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ेगा क्योंकि रोजाना कई लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई आते हैं। मेंने सैकड़ों ऑडिशन दिए। मैंने मुंबई में अपने जीवनयापन के लिए कई विज्ञापन किए क्योंकि यह एक महंगा शहर है।' राजकुमार राव ने आगे बताया कि वह हर रिजेक्शन को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ते चले गए और अपने दृढ़ता से सभी को गलत साबित कर दिया।
अच्छी ऐक्टिंग के बाद भी नहीं मिला लीड रोलराजकुमार राव ने साल 2017 में एक इंटरव्यू दिया था। इस दौरान ऐक्टर ने खुलासा किया कि कैसे एक डायरेक्टर ने उन्हें फेयर न होने और पर्याप्त मसल्स न होने के चलते रिजेक्ट कर दिया था। उन्होंने कहा, 'जब मैं 7 साल पहले मुंबई में काम की तलाश में आया था तब आज की तरह नहीं दिखता था। मैंने एक डायरेक्टर को ऑडिशन दिया, जो अपनी पहली फिल्म बना रहा था। डायरेक्टर ने मेरे टेस्ट को पसंद किया और मुझसे कहा कि ऐक्टिंग ठीक है लेकिन मैं आपको लीड रोल नहीं दे सकता क्योंकि इसके लिए फेयर और अच्छी मसल्स होनी चाहिए। लेकिन क्या आप मेरी फिल्म में एक छोटा किरदार निभाना चाहते हैं? मैंने उनकी फिल्म इसलिए नहीं की क्योंकि मैं उनकी फिल्ममेकिंग की थिअरी से सहमत नहीं था।'
कभी फेयरनेस क्रीम को प्रमोट नहीं कियाराजकुमार राव ने बताया कि जैसा कि उन्हें अपने कलर के चलते रिजेक्ट कर दिया गया था। इसके बाद मैंने निर्णय लिया कि वह कभी फेयरनेस क्रीम्स का प्रमोट नहीं करेंगे। ऐक्टर ने बताया, 'मैं हतोत्साहित नहीं हुआ क्योंकि मुझे पता था कि ऐसा होगा। इंडस्ट्री में हर तरह के लोग हैं। मुझे पता था कि ऐसे लोग भी मिलेंगे जो मेरी संवेदनाओं को समझेंगे और मुझे लीड ऐक्टर के लिए सोचेंगे। भगवान की कृपा से मैं यहां कुछ अच्छे लोगों से मिला। लेकिन मैंने कभी फेयरनेस क्रीम का प्रचार नहीं किया चाहें मुझे कितने पैसों का ऑफर मिला हो।'
मुंबई में जीने के लिए किए विज्ञापनऐक्टर ने कहा, 'मझे पता था कि इंडस्ट्री में आगे बढ़ने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ेगा क्योंकि रोजाना कई लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई आते हैं। मेंने सैकड़ों ऑडिशन दिए। मैंने मुंबई में अपने जीवनयापन के लिए कई विज्ञापन किए क्योंकि यह एक महंगा शहर है।' राजकुमार राव ने आगे बताया कि वह हर रिजेक्शन को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ते चले गए और अपने दृढ़ता से सभी को गलत साबित कर दिया।