देश / कौन होगा विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार? राजनाथ ने ममता, अखिलेश से की बात

राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष के विचार जानने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई विपक्षी नेताओं से बात की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रक्षा मंत्री और भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने आज विपक्षी नेताओं की बैठक से पहले विपक्षी नेताओं ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अखिलेश यादव से राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों पर उनके विचार जानने के लिए बात की।

Vikrant Shekhawat : Jun 15, 2022, 07:30 PM
New Delhi : राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष के विचार जानने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कई विपक्षी नेताओं से बात की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रक्षा मंत्री और भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने आज विपक्षी नेताओं की बैठक से पहले विपक्षी नेताओं ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अखिलेश यादव से राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवारों पर उनके विचार जानने के लिए बात की। भाजपा ने जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए), विपक्षी दलों और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के सहयोगियों के साथ बातचीत करने के लिए नियुक्त किया है। इसके अलावा भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति चुनाव पर बीजद के नवीन पटनायक और जद (यू) के नीतीश कुमार से भी बात की।

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्ष अपने संयुक्त उम्मीदवार को उतारने के लिए बैठकें कर रहा है। इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की इस बैठक में करीब 17 राजनीतिक दलों के नेता शरीक हुए।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में बुधवार को कई दलों के नेताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को संयुक्त विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने एक बार फिर इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों के नेता इस बैठक में शरीक हुए जबकि आम आदमी पार्टी (आप), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बीजू जनता दल (बीजद) ने इससे दूरी बनाए रखना मुनासिब समझा।