Zee News : Sep 14, 2020, 07:31 AM
अयोध्याः श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट (The Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को डुप्लिकेट चेक को लेकर एक पत्र लिखा है। ट्रस्ट ने इस पत्र में बैंक से डुप्लिकेट चेक के जरिए निकाली गई राशि के रिफंड की मांग की है। राम मंदिर ट्रस्ट के जनरल सेकेट्री ने कहा, डुप्लिकेट चेक के माध्यम से पंजाब नेशनल बैंक से इस तरह पैसे निकल जाना एसबीआई बैंक की गलती थी। इसलिए बैंक को ट्रस्ट के पैसे वापस करने चाहिए। ट्रस्ट की ओर से लिखे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि पीएनबी (PNB) ने डुप्लिकेट चेक को क्यों नहीं पकड़ा।
इतनी बड़ी राशि निकलने के बाद अब ट्रस्ट ने फैसला किया है कि वह चेक के जरिए कोई पेमेंट नहीं करेगा। ट्रस्ट की ओर से जो भी पेमेंट किया जाएगा वो आरटीजीएस (Real-time gross settlement) के जरिए ही होगा। एसबीआई बैंक से बातचीत के बाद ही ट्रस्ट ने आगे से चेक से न भुगतान करने का निर्णय लिया है। मालूम हो कि गुरुवार (10 सितंबर) को अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अकाउंट से 6 लाख की रकम निकाली गई है। ट्रस्ट के ये पैसे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 2 बैंकों से चेक क्लोन कर निकाले गए। जालसाजों ने तीसरी बार 9 लाख 86 हजार का चेक लखनऊ के ही बैंक ऑफ बड़ौदा की एक शाखा में लगाया था। तभी राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के पास बैंक मैनेजर द्वारा वैरिफिकेशन के लिए फोन किया गया। इसके बाद पता चला कि उन्होंने कोई चेक नहीं लगाया बल्कि ये फर्जी चेक से पैसे निकाले गए हैं। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इस तरह के किसी भी भुगतान की जानकारी से इनकार कर दिया। वहीं ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने जब खाता चेक किया तो छह लाख रुपए निकाले जाने की जानकारी मिली। चंपत राय के पास जिस वक्त बैंक का कॉल आया था उस वक्त वे राम मंदिर निर्माण कार्य स्थल पर पाइलिंग करा रहे थे। बता दें कि अयोध्या नगरी में इस कार्य की निगरानी आइआइटी चेन्नई के अलावा देश के कई अन्य चुनिंदा विशेषज्ञ कर रहे हैं। मंदिर निर्माण कार्य में भक्तों से दान देने की अपील के लिए चंपत राय ने इकबाल अंसारी के प्रति आभार व्यक्त किया है और मंदिर के पाइलिंग कार्य की शुरुआत को लेकर भी अपनी प्रसन्नता भी जाहिर की है।
इतनी बड़ी राशि निकलने के बाद अब ट्रस्ट ने फैसला किया है कि वह चेक के जरिए कोई पेमेंट नहीं करेगा। ट्रस्ट की ओर से जो भी पेमेंट किया जाएगा वो आरटीजीएस (Real-time gross settlement) के जरिए ही होगा। एसबीआई बैंक से बातचीत के बाद ही ट्रस्ट ने आगे से चेक से न भुगतान करने का निर्णय लिया है। मालूम हो कि गुरुवार (10 सितंबर) को अयोध्या राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अकाउंट से 6 लाख की रकम निकाली गई है। ट्रस्ट के ये पैसे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 2 बैंकों से चेक क्लोन कर निकाले गए। जालसाजों ने तीसरी बार 9 लाख 86 हजार का चेक लखनऊ के ही बैंक ऑफ बड़ौदा की एक शाखा में लगाया था। तभी राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के पास बैंक मैनेजर द्वारा वैरिफिकेशन के लिए फोन किया गया। इसके बाद पता चला कि उन्होंने कोई चेक नहीं लगाया बल्कि ये फर्जी चेक से पैसे निकाले गए हैं। ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इस तरह के किसी भी भुगतान की जानकारी से इनकार कर दिया। वहीं ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने जब खाता चेक किया तो छह लाख रुपए निकाले जाने की जानकारी मिली। चंपत राय के पास जिस वक्त बैंक का कॉल आया था उस वक्त वे राम मंदिर निर्माण कार्य स्थल पर पाइलिंग करा रहे थे। बता दें कि अयोध्या नगरी में इस कार्य की निगरानी आइआइटी चेन्नई के अलावा देश के कई अन्य चुनिंदा विशेषज्ञ कर रहे हैं। मंदिर निर्माण कार्य में भक्तों से दान देने की अपील के लिए चंपत राय ने इकबाल अंसारी के प्रति आभार व्यक्त किया है और मंदिर के पाइलिंग कार्य की शुरुआत को लेकर भी अपनी प्रसन्नता भी जाहिर की है।