महाराष्ट्र / चूहे ने कुतरी मुंबई के सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती रोगी की आंख की खाल

मुंबई में बीएमसी द्वारा संचालित एक हॉस्पिटल के आईसीयू में चूहों द्वारा एक रोगी की आंख की खाल कुतरने का मामला सामने आया है। हालांकि, रोगी की आंखों की रोशनी को नुकसान नहीं पहुंचा है। वहीं, बीएमसी की मेयर किशोरी पेडनेकर ने अस्पताल का दौरा कर बताया कि रात में चूहे पकड़ने के लिए हॉस्पिटल में टीम तैनात की जाएगी।

Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2021, 01:15 PM
मुंबई: मुंबई के घाटकोपर इलाके में मुंबई महानगरपालिका (BMC) के राजावाडी अस्पताल (Rajawadi Hospital) से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई. अस्पताल  के आईसीयू में वेंटिलेटर पर पड़े मरीज की आंख चूहे ने कुतर डाली है. बीएमसी की मेयर किशोरी पेडणेकर (BMC Mayor Kishori Pednekar) ने घटना की जांच का आदेश दे दिया है. मंगलवार सुबह तीन बजे के करीब यह घटना हुई. इस घटना पर मरीज के रिश्तेदारों के मन अस्पताल प्रशासन को लेकर काफी नाराजगी है.

कुर्ला के कमानी परिसर में रहने वाले श्रीनिवास यल्लपा के सांसों की तकलीफ़ की वजह से राजावाडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. श्रीनिवास यल्लपा की उम्र 24 साल है. श्रीनिवास को दो दिनों पहले भर्ती करवाया गया था. उनके सर पर बुखार चढ़ गया था और किडनी में भी दर्द था. इसे देखते हुए श्रीनिवास को आईसीयू में भर्ती किया गया. आज (मंगलवार) सुबह जब श्रीनिवास के रिश्तेदारों ने उनकी एक आंख से खून बहता हुआ देखा तो तुरंत उन्होंने इस बारे में अस्पताल प्रशासन को बताया. जब आंख की जांच की गई तो चूहे द्वारा आंख कुतरे जाने की जानकारी सामने आई.

लगातार लापरवाही, हर बार कोताही

अस्पताल का आईसीयू विभाग निचली मंजिल में है. यहां चूहों का प्रकोप बहुत ज्यादा है. चार साल पहले कांदिवली इलाके के शताब्दी अस्पताल में इसी तरह की घटना सामने आई थी. शताब्दी अस्पताल वाले मामले में भी अस्पताल प्रशासन की ओर से लापरवाही बरती गई थी. इस राजावाडी अस्पताल वाले मामले में भी शर्मनाक तरह से लापरवाही बरती गई है. मध्यरात्रि में चूहे द्वारा आंख कुतरी गई और सुबह रिश्तेदारों द्वारा बताए जाने पर अस्पताल प्रशासन का इस पर ध्यान गया? रात भर अस्पताल में नर्सें, डॉक्टर, कर्मचारी क्या कर रहे थे?

शुक्र है आंख बच गई

डॉक्टरों ने जांच की तो पाया कि आंख बच गई है. शुक्र है चूहे ने आंख की पलक के नीचे कुतरा है. आंख के अंदर कोई चोट नहीं आई है. इस पर मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि अस्पताल का आईसीयू विभाग निचली मंजिल पर होने के बावजूद अस्पताल चारों तरफ से बंद है. बरसात की वजह से शायद दरवाजे के बीच के गैप से शायद चूहा अंदर आ गया हो. लेकिन ऐसी घटनाएं बार-बार ना हो, इसका उपाय जरूर करेंगे. बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकाणी ने भी जांच के आदेश दिए हैं.