लॉकर डकैती / पांचों आरोपियों की रिमांड पूरी, करीब एक किलो सोना बरामद, पुलिस देगी दोबारा रिमांड की अर्जी

कराचीखाना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के लॉकरों से करोड़ों के गहने चोरी होने के मामले में पांचों आरोपियों की रिमांड पूरी हो गई। पुलिस ने कस्टडी में लिए गए आरोपियों में से चार की निशानदेही पर 991.11 ग्राम के सोने के गहने बरामद किए हैं। शेष गहनों की बरामदगी के लिए पुलिस आरोपियों को दोबारा रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को अर्जी देगी।

Vikrant Shekhawat : Apr 23, 2022, 08:51 AM
कराचीखाना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के लॉकरों से करोड़ों के गहने चोरी होने के मामले में पांचों आरोपियों की रिमांड पूरी हो गई। पुलिस ने कस्टडी में लिए गए आरोपियों में से चार की निशानदेही पर 991.11 ग्राम के सोने के गहने बरामद किए हैं। शेष गहनों की बरामदगी के लिए पुलिस आरोपियों को दोबारा रिमांड पर लेने के लिए सोमवार को अर्जी देगी।

पुलिस ने तत्कालीन मैनेजर राम प्रसाद, लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय, लॉकर मिस्त्री चंद्रप्रकाश उसके साथी करन और राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में कोर्ट ने पांचों आरोपियों की छह दिन (16 अप्रैल से 22 अप्रैल) की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की थी। पुलिस का माल बरामदगी पर ज्यादा फोकस रहा। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने छह सराफों को भी पूछताछ के लिए उठाया था। इस बीच पुलिस ने फरार छठवें आरोपी मिस्त्री के भाई रमेश को भी गिरफ्तार किया। रमेश से पुलिस अभी भी पूछताछ कर रही है।

दर्ज मुकदमे में बढ़ाई गई चोरी की धारा डीसीपी ईस्ट के अनुसार प्रकरण में तीन मुकदमे फीलखाना थाने में आईपीसी की धारा 409 (बैंकर द्वारा उसे सौंपी गई संपत्ति के संबंध में आपराधिक विश्वासघात) के तहत दर्ज किए गए थे। आरोपियों के पास से गहने बरामद होने के बाद इन मुकदमों में चोरी की धारा भी बढ़ा दी गई है। 

आरोपियों ने सराफों को पुश्तैनी गहने बताकर बेचे थे 

पुलिस ने छह सराफों के पास से करीब एक किलो गहने बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने सराफों को पुश्तैनी गहने ने बताकर बेचे थे। सराफों ने बिना छानबीन भी के गहने खरीद भी लिए थे। सवाल इस बात का उठता है कि गहने पुश्तैनी थे, तो सराफों ने कौड़ियों के भाव में क्यों खरीदा और आरोपियों ने भी उन्हें कम दाम पर ही क्यों बेचा? इसके बाद भी सराफों को क्लीन चिट दे दी गई।

मंत्री ने दिया नुकसान की भरपाई का आश्वासन

औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी से बैंक ग्राहकों ने यूपीसीडा कार्यालय में मुलाकात की। मंत्री ने नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया है। कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री विनोद गुप्ता के साथ पीड़ित लॉकर धारक मंत्री से मिलने पहुंचे। ग्राहकों ने उन्हें अपने जीवन भर की पूंजी चले जाने की बात बताई। मंत्री ने कहा कि पीड़ित ग्राहकों की भरपाई के लिए आरोपियों की संपत्ति जब्त कर कुर्की की जाएगी। पीड़ित ग्राहकों में सीता गुप्ता, मंजू भट्टाचार्य, मनोज सविता, मार्बल मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय गुप्ता उपस्थित रहे। 

पुलिस कमिश्नर ने दिया न्याय का भरोसा

लॉकर न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता की अगुवाई में पीड़ितों ने शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। कमिश्नर ने पूरा न्याय मिलने का भरोसा दिया। इस मौके पर पंकज गुप्ता, महेंद्र सविता, विनय कुमार, शुभ गुप्ता, छोटे अली, विकास शुक्ला आदि थे। वहीं देर शाम समिति के सदस्यों ने माल रोड स्थित कार्यालय में बैठक की। इसमें तय हुआ कि जब तक पूरा मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन नहीं रुकेगा।