देश / आरोपी के परिवार के लिए रिंकू शर्मा ने दिया था खून, जानें- क्यों हुआ था विवाद

रिंकू शर्मा की हत्या को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस हत्याकांड को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है। हालांकि दिल्ली पुलिस ऐसे सभी दलीलों को फिलहाल खारिज करते हुए जांच की बात कह रही है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मृतक के छोटे भाई मन्नू शर्मा जो कि वीएचपी के यूथ विंग का सदस्य है, का कहना है, 'आरोपी के साथ हमारी पिछले एक साल से विवाद था।

Vikrant Shekhawat : Feb 12, 2021, 06:56 PM
नई दिल्ली | रिंकू शर्मा की हत्या को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस हत्याकांड को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है। हालांकि दिल्ली पुलिस ऐसे सभी दलीलों को फिलहाल खारिज करते हुए जांच की बात कह रही है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मृतक के छोटे भाई मन्नू शर्मा जो कि वीएचपी के यूथ विंग का सदस्य है, का कहना है, 'आरोपी के साथ हमारी पिछले एक साल से विवाद था।अगस्त में, हमने राम मंदिर के लिए एक छोटा आयोजन किया। वे इससे नाराज थे लेकिन हमने उन्हें नजरअंदाज कर दिया। हम हमेशा अच्छे पड़ोसी रहे हैं। आरोपी के परिवार के एक महिला जब गर्भवती थी तो खून की जरूरत पड़ी। रिंकू ने उसे खून दिया था।'

हालांकि, पुलिस का कहना है कि  दानिश और रिंकू की अपने पड़ोस में बुधवार रात एक जन्मदिन की पार्टी में बहस हो गई थी, जिसके बाद लगभग 11 बजे रिंकू की हत्या कर दी गई। पार्टी में दानिश और रिंकू दोनों को आमंत्रित किया गया था। पार्टी के बाद जब रिंकू अपने दोस्त के साथ अपने घर के लिए निकल गया, तभी दानिश ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद फिर से उनमें बहस हो गई और रिंकू ने दानिश को थप्पड़ मार दिया। दानिश, जो अपने तीन दोस्तों के साथ था, उसने रिंकू को पकड़ लिया और उसे चाकू मार दिया। रिंकू को बचाने की कोशिश के दौरान दोस्त को भी मामूली चोटें आईं। रिंकू के गिरने के बाद, चारों आरोपी वहां से भाग गए।

दिल्ली पुलिस ने रिंकू शर्मा की हत्या के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या को बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में बुधवार देर रात अंजाम दिया गया। पुलिस अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बहस का कारण क्या था। आपको बता दें कि रिंकू शर्मा की हत्या के बाद परिजनों के इंसाफ दिलाने के लिए ट्विटर पर #JusticeForRinkuSharma चल रहा है।

यह हैशटैग ट्विटर के टॉप ट्रेंड में यह पहले नंबर पर काबिज है। मृतक के बारे में कहा जा रहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिन्दू परिषद से जुड़ा हुआ था। वह अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए चलाए जा रहे दान संग्रह अभियान का भी हिस्सा था। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन ट्विटर पर लोगों ने इंसाफ की मांग तेज कर दी है।