देश / रियाज नायकू के मरने से कांपे पाकिस्तानी आतंकी, सलाहुद्दीन बोला- इंडिया का पलड़ा भारी

जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू को ढेर किए जाने से उसके आका सैयद सलाहुद्दीन को बड़ा सदमा लगा है। अमेरिका की ओर से वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के मुखिया ने नायकू के गम में पिछले दिनों पाकिस्तान में एक शोक सभा की है। वह यह भी कहता है कि पाकिस्तान की नीतियां कमजोर हैं और भारत का पलड़ा भारी है।

Live Hindustan : May 09, 2020, 08:15 PM
जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू को ढेर किए जाने से उसके आका सैयद सलाहुद्दीन को बड़ा सदमा लगा है। अमेरिका की ओर से वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के मुखिया ने नायकू के गम में पिछले दिनों पाकिस्तान में एक शोक सभा की है। वह यह भी कहता है कि पाकिस्तान की नीतियां कमजोर हैं और भारत का पलड़ा भारी है। 

सामने आए एक वीडियो में सलाहुद्दीन नायकू की तारीफ करता हुआ सुना जा सकता है। वह कहता है कि नायकू ने 2017 में जिम्मेदारी संभाली थी। तब से अब तक वह भारत के लिए शिकन साबित हो रहा था। उसके सिर पर अच्छी रकम घोषित की गई थी। सलाहुद्दीन कहता है कि नायकू के मारे जाने से उसे बहुत दिली सदमा लगा है।

वीडियो में सलाहुद्दीन यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि भारत का पलड़ा भारी है और इसके लिए पाकिस्तान की कमजोर नीतियों को जिम्मेदार बताता है।

गौरतलब है कि बुधवार को जम्मू कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के टॉप आतंकी रिजाय नायकू को सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान में मार गिराया था। नायकू साउथ कश्मीर के अवंतिपोरा में अपने गांव में परिवार से मिलने आया था। इसी दौरान सुरक्षाबलों ने उसे घरे लिया। एक अन्य आतंकवादी के साथ वह मुठभेड़ में मारा गया।

नायकू का दूसरा नाम जुबैर उल इस्लाम और बिन कासिम भी था और वह कश्मीर में सबसे ज्यादा अनुभवी आतंकी था। 5 जून को रियाज नायकू हिज्बुल मुजाहिद्दीन में 8 वर्ष पूरे कर लेता, जहां पर कई तो कुछ वर्ष भी पूरे नहीं कर पाते हैं। कई बार वह सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़ते चढ़ते रह गया और भागने में कामयाब रहा था। उसके सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वुरहान वानी के मारे जाने के बाद वह कश्मीर में आतंकियों का पोस्टर ब्यॉय था।