Cricket / गुरू से पहले WC जीत गया चेला… क्रिकेट के भगवान को 4 साल किया जलील

मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने साल 1989 में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में डेब्‍यू किया. क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन ने अपने करियर में उन सभी मुकामों को छूआ जिसकी एक बड़े क्रिकेटर से उम्‍मीद की जाती है. शतकों का शतक एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसकी कल्‍पना कर पाना भी किसी के लिए आसान नहीं था.

Vikrant Shekhawat : Feb 23, 2023, 05:16 PM
नई दिल्‍ली. मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने साल 1989 में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट में डेब्‍यू किया. क्रिकेट के भगवान के नाम से मशहूर सचिन ने अपने करियर में उन सभी मुकामों को छूआ जिसकी एक बड़े क्रिकेटर से उम्‍मीद की जाती है. शतकों का शतक एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसकी कल्‍पना कर पाना भी किसी के लिए आसान नहीं था. सचिन ने ये करके दिखाया. मौजूदा वक्‍त के दिग्‍गज विराट कोहली भी इस रिकॉर्ड से अभी कॉफी पीछे नजर आते हैं. तमाम कीर्तिमानों के बावजूद सचिन के करियर में सबसे बड़ा मलाल केवल और केवल आईसीसी खिताब नहीं जीत पाने का रहा था.

6 में से पहले 5 प्रयास में विफल रहे सचिन

साल 2013 में सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट से संन्‍यास लिया. इससे पहले 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्‍तानी में भारतीय टीम ने 50 ओवरों के विश्‍व कप का खिताब अपने नाम किया. अपने करियर के दौरान मास्‍ट ब्‍लास्‍टर ने 50 ओवरों के कुल छह विश्‍व कप खेले. पहले पांच मैचों पर वो असफल रहे. साल 2003 में सौरव गांगुली की कप्‍तानी में भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची लेकिन अंत में ऑस्‍ट्रेलिया से शिकस्‍त मिली. इसी बीच 2007 में एक युवा टीम साउथ अफ्रीका के दौरे पर गई और वहां पहली बार आयोजित हो रहे टी20 विश्‍व कप के खिताब को अपने नाम करने में सफल रही.

दिग्‍गजों ने टी20 वर्ल्‍ड कप से बनाई दूरी

सचिन भले ही अपने करियर में पहले विश्‍व कप खिताब को लेकर तरस रहे हों लेकिन साल 2007 में धोनी की टीम टी20 फॉर्मेट में विश्‍व चैंपियन बन गई. इस टूर्नामेंट के दौरान सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्‍गज टीम का हिस्‍सा नहीं थे. वीरेंद्र सहवाग, युवजरा सिंह, हरभजन सिंह ही इस युवा टीम के सबसे सीनियर क्रिकेटर्स थे. बीसीसीआई की टी20 फॉर्मेट में ज्‍यादा दिलचस्‍पी नहीं थी. यही वजह है कि एक युवा टीम बनाकर साउथ अफ्रीका भेज दी गई.

अब टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम की स्थिति ऐसी थी कि सचिन के चेले वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह के पास आईसीसी खिताब का बैज था जबकि क्रिकेट के भगवान अभी भी इससे महरूम थे. एक इंटरव्‍यू के दौरान सहवाग ने बताया था कि वो हमेशा सचिन को चिढ़ाया करते थे कि हमारे पास तो टी20 विश्‍व कप का बैज है और आपके पास नहीं है. साल 2011 में विश्‍व कप जीतने तक हमने उन्‍हें तंग किया. यहां तक कि जब हम टी20 विश्‍व कप का खिताब जीतने के बाद मुंबई की सड़कों पर खुली बस में निकल रहे थे, सचिन इसके जाम में फंस गए थे. हमें बड़ा मजा आ रहा था.