Sachin Tendulkar News / BCCI की तरफ से सचिन तेंदुलकर को किया जाएगा सम्मानित, मिलेगा अब ये खास अवॉर्ड

बीसीसीआई 1 फरवरी को अपने सालाना अवॉर्ड समारोह में महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित करेगा। सचिन ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और 200 टेस्ट, 463 वनडे, और 1 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। उनके नाम 100 शतक और कई रिकॉर्ड दर्ज हैं, जो अभी तक किसी और खिलाड़ी द्वारा नहीं तोड़े जा सके हैं।

Vikrant Shekhawat : Feb 01, 2025, 07:00 AM
Sachin Tendulkar News: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर को 1 फरवरी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा अपने सालाना अवॉर्ड समारोह में लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस अवॉर्ड समारोह का आयोजन मुंबई स्थित बीसीसीआई हेड ऑफिस में किया जाएगा। सचिन तेंदुलकर, जो 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हो गए थे, अपने शानदार करियर के दौरान ऐसे कई रिकॉर्ड्स के मालिक बने, जिनका तोड़ पाना अन्य किसी खिलाड़ी के लिए अब तक असंभव रहा है। बीसीसीआई की यह पहल तेंदुलकर को उनके योगदान और क्रिकेट जगत में उनके अद्वितीय स्थान को सम्मानित करने के लिए है।

सचिन तेंदुलकर का इंटरनेशनल करियर
सचिन तेंदुलकर ने महज 16 साल की उम्र में अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम का एक अभिन्न हिस्सा बनकर विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। सचिन ने अपने करियर में कुल 200 टेस्ट मैच खेले, 463 वनडे मैचों में भाग लिया और एक टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेला। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 18,426 रन बनाए, वहीं टेस्ट क्रिकेट में उनका स्कोर 15,921 रन का रहा। सचिन तेंदुलकर का नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतक लगाने के अद्वितीय रिकॉर्ड के साथ जुड़ा हुआ है, जो अब तक किसी अन्य खिलाड़ी के लिए हासिल करना संभव नहीं हो सका है।

अपने 2 दशक से अधिक लंबे करियर में, सचिन ने हर प्रकार की चुनौती का सामना करते हुए खुद को साबित किया और यही वजह है कि आज उन्हें सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में गिना जाता है। 2011 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने एकदिवसीय विश्व कप जीता, तब सचिन तेंदुलकर इस ऐतिहासिक जीत के सदस्य थे, और यह उनके करियर का छठा वर्ल्ड कप था।

कर्नल सीके नायडू अवॉर्ड का इतिहास
बीसीसीआई द्वारा कर्नल सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड की शुरुआत 1994 में की गई थी। कर्नल नायडू ने 1916 से लेकर 1963 तक अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में 47 वर्षों तक शानदार प्रदर्शन किया, जो एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड है। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट प्रशासन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सचिन तेंदुलकर इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को प्राप्त करने वाले 31वें खिलाड़ी हैं। इससे पहले इस सम्मान से कपिल देव, दिलीप वेंगसरकर, सैयद किरमानी और के श्रीकांत जैसे महान खिलाड़ियों को नवाजा जा चुका है।

निष्कर्ष
सचिन तेंदुलकर का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। उनका जीवन और करियर युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। इस लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से उन्हें मिलने वाला सम्मान एक ऐसे खिलाड़ी को मिल रहा है, जिसने न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में क्रिकेट के खेल को एक नई पहचान दी। बीसीसीआई का यह कदम न केवल सचिन के योगदान को मान्यता देने वाला है, बल्कि यह क्रिकेट की दुनिया में उनकी अनमोल धरोहर को सदा जीवित रखने का प्रतीक भी है।