Vikrant Shekhawat : Oct 10, 2020, 07:23 AM
नवरात्रि २०२० (Navratri 2020): शारदीय नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस समय माता के भक्त नौ दिनों तक माता रानी का आशीर्वाद पाने के लिए उपवास करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि नवरात्रि के दौरान, भक्त माँ नव दुर्गा के नौ रूपों के अनुसार अलग-अलग दिनों में विभिन्न मंत्रों का जाप करते हैं, तो माता रानी उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं।1- नवरात्रि के प्रतिपदा का अर्थ है कि पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। माँ शैलपुत्री को धन, समृद्धि, सौभाग्य, स्वास्थ्य और मोक्ष की देवी माना जाता है। माता शैलपुत्री का मंत्र है -ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शैलपुत्र्यै नम:.2- माता ब्रह्मचारिणी: संयम, तपस्या, विरक्ति और विजय की देवी। उनका मंत्र है मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं ब्रह्मचारिण्यै नम:.3- माता चन्द्रघंटा: माता चन्द्रघंटा की पूजा करने से दुखों, कष्टों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इनका मंत्र है- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चन्द्रघंटायै नम:.4- माता कुष्मांडा: देवी, जो रोग, शोक, शोक का नाश करती हैं और प्रसिद्धि, शक्ति और आयु को बढ़ाती हैं। इनका मंत्र है- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कूष्मांडायै नम:.5- माता स्कंदमाता: वह सुख, शांति और मोक्ष प्रदान करती हैं। इनका मंत्र है- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कंदमातायै नम:.6- माँ कात्यायनी: भय, रोग, शोक और मोक्ष से मुक्ति। इनका मंत्र है- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कात्यायनायै नम:.7- माता कालरात्रि: माता कालरात्रि को बाधाओं को दूर करने और सुख और शांति प्रदान करके दुश्मनों का उद्धार करने वाला माना जाता है। इनका मंत्र है- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं कालरात्र्यै नम:.8- माता महागौरी: श्रद्धालु अलौकिक प्राप्ति के लिए माता महागौरी की पूजा करते हैं। इनका मंत्र है - ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम:.9-माता सिद्धिदात्री: नवरात्रि के अंतिम दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। माता सिद्धिदात्री को सभी सिद्धियां प्रदान करने वाली माना जाता है। इनका मंत्र है - ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सिद्धिदात्यै नम