बॉलीवुड / शर्मिला ने बताया, बिकिनी तस्वीरों पर क्या था नवाब पटौदी का रिएक्शन

दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने अपने करियर में हर तरह के किरदार निभाए। वो अपनी भूमिकाओं से प्रयोग करने में कभी पीछे नहीं रहीं। 60 के दशक में उनके बिकिनी फोटोशूट पर खूब विवाद हुआ था और उनकी आलोचना की गई थी। उस दौर में किसी मुख्यधारा की अभिनेत्री का बिकिनी पहनना तो दूर रिविलिंग ड्रेस पहनना भी अच्छा नहीं माना जाता था। हालांकि शर्मिला टैगोर इस बारे में काफी खुले विचार रखती हैं।

Vikrant Shekhawat : Apr 15, 2021, 02:12 PM
बॉलीवुड | दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने अपने करियर में हर तरह के किरदार निभाए। वो अपनी भूमिकाओं से प्रयोग करने में कभी पीछे नहीं रहीं। 60 के दशक में उनके बिकिनी फोटोशूट पर खूब विवाद हुआ था और उनकी आलोचना की गई थी। उस दौर में किसी मुख्यधारा की अभिनेत्री का बिकिनी पहनना तो दूर रिविलिंग ड्रेस पहनना भी अच्छा नहीं माना जाता था। हालांकि शर्मिला टैगोर इस बारे में काफी खुले विचार रखती हैं। यही नहीं उनके पति मंसूर अली खान उर्फ नवाब पटौदी ने उनका हमेशा साथ दिया।

खूब हुई थी आलोचना

शर्मिला टैगोर ने इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स के लेडीज स्टडी ग्रुप के पॉडकास्ट में हिस्सा लिया। उन्होंने अपने बिकिनी फोटोशूट पर कहा कि ‘मुझे लगता है कि मैं सुंदर दिख रही थी।‘ शर्मिला टैगोर ने ये भी खुलासा किया कि “उस वक्त फोटोग्राफर झिझक रहा था लेकिन मैंने कहा ‘क्यों नहीं’ क्योंकि यह अच्छा लगेगा।‘ अपनी आलोचना पर वह कहती हैं, ‘यह कटुता से भरा था.. उन दिनों हमारे पास सोशल मीडिया नहीं था लेकिन यह बहुत गंभीर था।‘

जब मैगजीन में बिकिनी फोटो छपी तो शर्मिला लंदन में थीं। वह बताती हैं कि ‘तब निर्देशक शक्ति सामंत ने मुझे बुलाया और कहा कि हमें डैमेज कंट्रोल के लिए कुछ करना पड़ा। इससे मुझे दुख पहुंचा था।‘

नवाब पटौदी ने दिया साथ

तमाम विवादों के बाद भी शर्मिला के पति नवाब पटौदी ने हमेशा उनका साथ दिया। शर्मिला ने बताया कि “मैंने टाइगर को एक टेलीग्राम भेजा था और उन्होंने कहा ‘मुझे तुम पर भरोसा है कि तुम बहुत सुंदर लग रही हो।“ शर्मिला ने आगे कहा कि ‘मुझे समझ में आया कि जब आप एक सार्वजनिक जीवन जीते हैं तो आपकी कुछ जिम्मेदारियां भी होती हैं। आपको यह समझना चाहिए कि आपके दर्शक कौन हैं और वह आपसे क्या उम्मीद करते हैं। मैंने सीखा कि लोग भले ग्लैमर की ओर आकर्षित होते हैं लेकिन वे वास्तव में उतना सम्मान नहीं करते हैं। मैं सम्मानित रहना चाहती थी। मैं पसंद किया जाना चाहती थी इसलिए मैंने धीरे-धीरे अपनी छवि बदलना शुरू कर दिया।‘