पंजाब / सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा लिया वापस, एक माह पहले सौंपा था

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने कहा, "यह (इस्तीफा) निजी हित का नहीं बल्कि हर पंजाबी के हित का मामला था।" गौरतलब है, सिद्धू ने सितंबर के आखिर में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा सौंपा था।

चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने आखिरकार शुक्रवार को अपना इस्तीफा वापस ले लिया. इस्तीफा वापस लेते हुए सिद्धू ने कहा कि नए एडवोकेट जनरल के बनते ही कांग्रेस दफ्तर जाकर चॉर्ज संभाल लूंगा. साथ ही सिद्धू ने कहा कि 2017 में दो मुद्दों पर पुरानी सरकार गई और नई आई, इन्हीं दो मुद्दों पर एक मुख्यमंत्री को हटाया गया और एक को लाया गया.

गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग्स के मामलों को सुलझाने के लिए डीजीपी और एडवोकेट जनरल की नियुक्ति काफी अहम है. नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम चन्नी की ओर से नियुक्त अंतरिम डीजीपी इकबाल प्रीत सिंह सहोता पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद प्रदर्शनकारियों पर हुई फायरिंग के मामलों के संलिप्त होने के आरोप लगाए.

सिद्धू ने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के वक्त जो तत्कालीन डीजीपी सुमेध सिंह सैनी थे, उनकी पैरवी करने वाले वकील को एडवोकेट जनरल लगा दिया गया. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार और नवनियुक्त सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर बड़ा हमले करते हुए पूछा कि पिछले 50 दिनों में इस सरकार ने मुख्यमंत्री बदलने के बाद से ड्रग्स मामले में हाई कोर्ट में बंद पड़ी एसटीएफ की रिपोर्ट को खुलवाने और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों के इंसाफ के लिए क्या किया.

28 सितंबर को दिया था इस्तीफा

नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वो पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे. उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है. मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं.

वहीं पिछले महीने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. इस पत्र में सिद्धू ने कुछ प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के बारे में बताया, जिन्हें पंजाब सरकार को पूरा करना चाहिए. सिद्धू ने ये पत्र ऐसे समय पर लिखा है, जब उनकी राज्य के मुख्यमंत्री के चरणजीत सिंह चन्नी के साथ तकरार देखने को मिल रही है.