देश / जानिए कौन है वो नर्स जिसने PM मोदी को लगाई कोरोना वैक्सीन की पहली डोज?

देशभर में आज से कोरोना वायरस टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। इस चरण की पहली वैक्सीन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगवाई है। टीका लगवाने के बाद पीएम मोदी ने जनता से अपील की है कि वे कोरोना का टीका जरूर लगवाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने भारत बायोटेक की पूरी तरह से स्वदेशी कोवैक्सिन की डोज लगाई है।

Vikrant Shekhawat : Mar 01, 2021, 09:06 AM
नई दिल्ली | देशभर में आज से कोरोना वायरस टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई है। इस चरण की पहली वैक्सीन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगवाई है। टीका लगवाने के बाद पीएम मोदी ने जनता से अपील की है कि वे कोरोना का टीका जरूर लगवाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुडुचेरी की नर्स पी निवेदा ने भारत बायोटेक की पूरी तरह से स्वदेशी कोवैक्सिन की डोज लगाई है।

पीएम मोदी की ओर से वैक्सीन लगवाते हुए ट्विटर पर शेयर की गई फोटो में आपको दो नर्स नजर आ रही हैं। जिसमें एक नर्स तो पीएम के पीछे खड़ी हुई नजर आ रही हैं और एक वैक्सीन लगाते हुए नजर आ रही हैं, जो कि पी निवेदा हैं। निवेदा पुडुचेरी की रहने वाली हैं। पीएम मोदी के बगल में खड़ी नर्स केरल की रहने वाली है। पीएम मोदी के टीका लगवाने के साथ ही देशभर में वैक्सीनेशन का दूसरा चरण भी शुरू हो गया है।

बता दें कि टीकाकरण की शुरुआत में विपक्ष ने कई सवाल खड़े किए थे। जिसमें यह भी था कि सरकार की ओर से किसी ने वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई हैं। कुछ लोग तो भारत बायोटेक की इस स्वदेशी वैक्सीन पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। हालांकि, तब सरकार ने कहा था कि जब उनकी बारी आएगी तो वे जरूर टीका लगवाएंगे। अब जैसी ही बारी आई पीएम मोदी खुद टीका लगवाने पहुंच गए।

गौरतलब है कि देश में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी। तब हेल्थ वर्कर को प्राथमिका दी गई थी। अब दूसरा चरण शुरू हुआ है। पहले चरण में शुक्रवार शाम तक 1.37 करोड़ कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। 66.37 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को पहली और 22 लाख को दूसरी डोज दी जा चुकी है। जबकि 49.15 लाख अग्रिम पंक्ति के कार्मिकों को पहली डोज दी जा चुकी है। कोविन एप में बदलाव के कारण शनिवार और रविवार को टीकाकरण स्थगित रखा गया था। कुल एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों, दो करोड़ अग्रिम पंक्ति के कार्मिकों तथा 27 करोड़ बुजुर्ग और गंभीर बीमारों को टीकाकरण होना है।