Vikrant Shekhawat : Apr 11, 2021, 08:52 AM
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां दो बहनों ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद जबरन उनका कौमार्य परीक्षण (वर्जिनिटी टेस्ट) कराया गया और इसमें फेल होने के बाद वहां की जाट पंचायत ने तलाक का आदेश दे दिया। हालांकि मामला सामने आने पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और पीड़िताओं के पति, सास पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दोनों पीड़िता बहनों के पति, उनकी सास और तथाकथित जाट पंचायत के सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस मामले में गुरुवार शाम को कोल्हापुर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार दोनों बहनों द्वारा कराई गई शिकायत के आधार पर भादंवि की विभिन्न धाराओं और महाराष्ट्र सामाजिक बहिष्कार रोधी कानून के तहत आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। शिकायत के अनुसार दोनों पीड़िता महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कंजरभाट समुदाय की सदस्य हैं। उन्हें उन्हीं के समुदाय के दो पुरूषों ने शादी का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद 27 नवंबर 2020 को शादी हो गई। शादी के बाद दोनों बहनों को अलग-अलग शयन कक्षों में ले जाया गया। वहां उनका समाज की कथित रस्म के अनुसार कौमार्य परीक्षण किया गया। शिकायत में कहा गया है कि इस समुदाय में इस तरह के परीक्षण की परंपरा है। पुलिस के अनुसार, शिकायत में कहा गया है कि दोनों बहनों से शादी करने वाले पुरुषों में से एक सेना में काम करता है, जबकि दूसरा व्यक्ति निजी संस्थान में नौकरी करता है।