NavBharat Times : Jul 31, 2020, 04:29 PM
पेइचिंग/मेलबर्न/नई दिल्ली: दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के युद्धाभ्यास की आंच अब भारत तक पहुंचती दिख रही है। चीन ने ऑस्ट्रेलिया के भारत में उच्चायुक्त की टिप्पणी पर आपत्ति जताई है। चीन ने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त की दक्षिण चीन सागर को लेकर तथ्यों की उपेक्षा करने वाली टिप्पणी को नोट किया है।
भारत में चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने कहा कि चीन की दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय संप्रभुत और संचालन करने के अधिकार और हित अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक हैं। यह स्पष्ट है कि कौन शांति और स्थिरता की रक्षा कर रहा है और कौन क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ा रहा है तथा उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा है।' इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन पर निशाना साधा था।
चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच इन दिनों तनाव चरम परऑस्ट्रेलिया ने कहा था, 'हम साउथ चाइना सी में उठाए जा रहे कदमों से चिंतित हैं जो अस्थिरता को बढ़ा रहा है और संघर्ष को भड़का सकता है। पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पास एक नोट जारी किया था और चीन के दक्षिण चीन सागर में गैरकानूनी नौवहन दावे को खारिज कर दिया था।' बता दें कि चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच इन दिनों तनाव चरम पर है। दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ लगातार जुबानी और व्यापारिक हमले कर रहे हैं।
दक्षिण चीन सागर में चल रहे तनाव के बीच अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नेवी ने संयुक्त गश्त शुरू किया है। अमेरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर इस इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं। अमेरिका पिछले कुछ दिनों में दो बार दक्षिण चीन सागर में अभ्यास कर चुका है। पिछले दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस इलाके में ज्यादातर चीन के दावे को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका चीन को इस समुद्री क्षेत्र को अपने 'समुद्री साम्राज्य' की तरह से इस्तेमाल नहीं होने देगा। उधर, चीन ने दावा किया है कि साउथ चाइना सी पर उसकी 'अविवादित संप्रभुता है।
भारत में चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने कहा कि चीन की दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय संप्रभुत और संचालन करने के अधिकार और हित अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक हैं। यह स्पष्ट है कि कौन शांति और स्थिरता की रक्षा कर रहा है और कौन क्षेत्र में अस्थिरता को बढ़ा रहा है तथा उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा है।' इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त ने दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन पर निशाना साधा था।
चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच इन दिनों तनाव चरम परऑस्ट्रेलिया ने कहा था, 'हम साउथ चाइना सी में उठाए जा रहे कदमों से चिंतित हैं जो अस्थिरता को बढ़ा रहा है और संघर्ष को भड़का सकता है। पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पास एक नोट जारी किया था और चीन के दक्षिण चीन सागर में गैरकानूनी नौवहन दावे को खारिज कर दिया था।' बता दें कि चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच इन दिनों तनाव चरम पर है। दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ लगातार जुबानी और व्यापारिक हमले कर रहे हैं।
दक्षिण चीन सागर में चल रहे तनाव के बीच अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नेवी ने संयुक्त गश्त शुरू किया है। अमेरिका के दो एयरक्राफ्ट कैरियर इस इलाके में लगातार गश्त कर रहे हैं। अमेरिका पिछले कुछ दिनों में दो बार दक्षिण चीन सागर में अभ्यास कर चुका है। पिछले दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस इलाके में ज्यादातर चीन के दावे को खारिज कर दिया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका चीन को इस समुद्री क्षेत्र को अपने 'समुद्री साम्राज्य' की तरह से इस्तेमाल नहीं होने देगा। उधर, चीन ने दावा किया है कि साउथ चाइना सी पर उसकी 'अविवादित संप्रभुता है।