- भारत,
- 14-Apr-2025 01:00 PM IST
SBI FD RATES: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में लगातार दूसरी बार कटौती के बाद बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में कमी शुरू हो गई है। यह कदम महंगाई नियंत्रण और कर्ज को सस्ता बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है, लेकिन इससे उन निवेशकों को झटका लगा है जो जोखिम से बचते हुए सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न की तलाश में रहते हैं।
हालांकि, मौजूदा परिदृश्य में एक उम्मीद की किरण अब भी मौजूद है — स्मॉल फाइनेंस बैंक। ये बैंक FD पर अब भी आकर्षक ब्याज दरें दे रहे हैं, जिससे वे सुरक्षित और बेहतर रिटर्न चाहने वाले निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभर रहे हैं।
स्मॉल फाइनेंस बैंकों में FD पर ब्याज दरें
बैंक का नाम | ब्याज दर (प्रतिवर्ष) |
---|---|
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.25% से 8.75% |
जाना स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.55% से 8.65% |
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.05% से 8.55% |
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक | 7.95% से 8.10% |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.75% से 9.10% |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% से 9.10% |
इन बैंकों में वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त ब्याज का लाभ भी मिलता है, जिससे रिटर्न 9.5% तक पहुंच सकता है।
FD में सुरक्षा: कितना सेफ है स्मॉल फाइनेंस बैंक?
स्मॉल फाइनेंस बैंक भी RBI के अधीन ही काम करते हैं और इनकी FD भी DICGC बीमा के दायरे में आती है। इसका मतलब है कि हर निवेशक को प्रति बैंक 5 लाख रुपये तक की सुरक्षा मिलती है।
इसलिए अगर आप स्मार्ट तरीके से निवेश करें — यानी 5 लाख रुपये से ज्यादा की राशि को अलग-अलग SFB में बांटकर FD कराएं — तो जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
एनबीएफसी (NBFC) में एफडी: ज्यादा रिटर्न लेकिन ज्यादा जोखिम
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में FD पर सामान्य बैंकों की तुलना में 1-2% ज्यादा ब्याज मिलता है। हालांकि, इन पर DICGC बीमा सुरक्षा नहीं मिलती। इसका मतलब है कि NBFC डूबने की स्थिति में आपके निवेश की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती।
यदि आप ज्यादा जोखिम उठा सकते हैं और FD के जरिए बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं, तो NBFC या कॉर्पोरेट डिपॉजिट एक विकल्प हो सकता है, लेकिन निवेश से पहले उनकी क्रेडिट रेटिंग और बाजार स्थिति की अच्छी तरह जांच जरूरी है।