श्रीलंका का दावा / 5 हज़ार साल पहले राजा रावण ने किया था विमान का इस्तेमाल, तथ्य जुटाने के लिए छपाए विज्ञापन

इन दिनों श्रीलंका में राजा रावण की लोग खूब चर्चा कर रहे हैं पौराणिक कथाओं के अनुसार महाकाव्य रामायण के खलनायक रावण, भगवान राम के समय में श्रीलंका के शासक थे वो भारत में हिंदुओं के लिए एक दानव हो सकते हैं, लेकिन श्रीलंका के लोगों के लिए वो एक महान राजा थे इस बीच श्रीलंका की सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर लोगों से रावण के बारे में कोई भी दस्तावेज शेयर करने को कहा है

Vikrant Shekhawat : Jul 19, 2020, 04:41 PM

कोलंबो. इन दिनों श्रीलंका में राजा रावण (King Ravana) की लोग खूब चर्चा कर रहे हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार महाकाव्य रामायण के खलनायक रावण, भगवान राम के समय में श्रीलंका के शासक थे. वो भारत में हिंदुओं के लिए एक दानव हो सकते हैं, लेकिन श्रीलंका के लोगों के लिए वो एक महान राजा थे. इस बीच श्रीलंका की सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर लोगों से रावण के बारे में कोई भी दस्तावेज शेयर करने को कहा है. ये विज्ञापन पर्यटन और उड्डयन मंत्रालय ने अलग-अलग अखबार में जारी किया है.


दस्तावेज शेयर करने के लिए विज्ञापन

विज्ञापन में लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे राजा रावण से संबंधित कोई भी दस्तावेज या किताबें शेयर कर सकते हैं ताकि सरकार को पौराणिक राजा और खोई विरासत पर एक महत्वाकांक्षी रिसर्च करने में मदद मिल सके. श्रीलंकाई सरकार का मानना है कि रावण दुनिया का पहला विमान चालक था और उसने 5,000 साल पहले उड़ान भरी थी. देश के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने अब प्राचीन काल में उड़ान भरने के लिए उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए तरीकों को समझने के लिए एक पहल शुरू की है.


ये पौराणिक कथा नहीं, तथ्य है!

सिविल एविएशन अथॉरिटी के पूर्व उपाध्यक्ष शशि दानतुंज ने कहा कि उनके पास ये साबित करने के लिए ढेर सारे तथ्य हैं कि रावण विमान का इस्तेमाल करने वाला पहला व्यक्ति था. उन्होंने आगे कहा, 'राजा रावण एक प्रतिभाशाली व्यक्ति थे. वो उड़ान भरने वाले पहले व्यक्ति थे. ये पौराणिक कथा नहीं है. ये एक तथ्य है. इस पर एक विस्तृत शोध किए जाने की आवश्यकता है. अगले पांच वर्षों में, हम ये साबित करेंगे.'


5,000 साल पहले भरी थी उड़ान!

पिछले साल नागरिक उड्डयन विशेषज्ञों, इतिहासकारों, पुरातत्वविदों, वैज्ञानिकों और भूवैज्ञानिकों का एक सम्मेलन कटुनायके में आयोजित किया गया था. यहां श्रीलंका का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बंदरानाइक स्थित है. सम्मेलन ने निष्कर्ष निकाला था कि रावण 5,000 साल पहले श्रीलंका से आज के भारत के लिए उड़ान भरी थी और वापस आ गया.


दयालु राजा और विद्वान थे!

श्रीलंका में प्राचीन लंका के राजा के बारे में इन दिनों लोगों की खासी रुचि है. श्रीलंका ने हाल ही में रावण नामक उपग्रह को पहले अंतरिक्ष मिशन के तहत भेजा है. श्रीलंका में कई लोग मानते हैं कि रावण एक दयालु राजा और विद्वान थे. कुछ भारतीय धर्मग्रंथ भी उन्हें "महा ब्राह्मण" के रूप में वर्णित करते हैं, जिसका अर्थ है एक महान ब्राह्मण या एक महान विद्वान