AajTak : Apr 13, 2020, 08:26 AM
India Lockdown: कोरोना वायरस पूरी दुनिया पर कहर बनकर टूटा है और अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरी दुनिया में लॉकडाउन जारी है। भारत में भी 21 दिनों का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है जिसके बाद इसका और दो हफ्ते बढ़ना लगभग तय है। कई राज्यों ने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन लागू भी कर दिया है लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से देशभर के लिए इसकी आधिकारिक घोषणा बाकी है।ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में लॉकडाउन को लेकर कहा है कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ दूसरे लॉकडाउन को लेकर आगे बढ़ रहा है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक लॉकडाउन के दूसरे चरण में न केवल बीमारी के प्रसारण को ध्यान में रखने की जरूरत है, बल्कि लोगों की आजीविका भी सुनिश्चित करनी होगी ताकि उन्हें चोट कम पहुंचे।इंडिया टुडे और आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने कोरोना वायरस पर WHO के विशेष दूत डेविड नाबरो से बात की। इंडिया टुडे ने उनसे जानना चाहा कि भारत में लॉकडाउन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की राय क्या है और देश को इसमें कैसे आगे बढ़ना चाहिए।WHO के विशेष दूत डेविड नाबरो ने कहा, "हम भारत के लोगों द्वारा की गई कार्रवाई का समर्थन करते हैं। हमारे पास विस्तृत डेटा नहीं है लेकिन हम समझते हैं कि लॉकडाउन के माध्यम से कोरोना के प्रकोप को रोका जा सकता है।' उन्होंने कहा, 'सभी संबंधित नागरिक समाज, लोगों के संगठनों, स्थानीय और राष्ट्रीय सरकारों द्वारा संकट से प्रभावित लोगों की आजीविका की रक्षा के लिए प्रयास, विशेष रूप से खाद्य संकट को रोकने के लिए जारी प्रयासों से खुश हैं।'यह पूछे जाने पर कि लॉकडाउन के अगले चरण में भारत को कैसे आगे बढ़ना चाहिए, नाबरो ने कहा कि लॉकडाउन 2।0 पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और डेटा को संकलित करने की जरूरत है।उन्होंने बताया, "तीन L को ध्यान में रखने की आवश्यकता है। वो हैं लाइफ, लाइवलीहुड और लिविंग। यानी कि उन्होंने सरकार को जीवन, आजीविका और जीने के तरीके को लेकर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है। नाबरो ने कहा कि हमें भविष्य में भी वायरस का सामना करने की आवश्यकता होगी जब तक कि हम इसे मिटाने में सक्षम नहीं हो जाते।बता दें कि लॉकडाउन 2।0 वह है जिसमें प्रमुख जोखिम स्थानों की पहचान की जाती है। नाबरो ने कहा कि इस लॉकडाउन को और अधिक धारदार बनाने और उसपर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि 14 अप्रैल के बाद आगे भी दो सप्ताह तक राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है।ऐसे संकेत मिले हैं कि लॉकडाउन को आगे जारी रखने के दौरान आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कुछ छूट दी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक इसमें वायरस से अप्रभावित क्षेत्रों में प्रतिबंधों को कम करने का प्रस्ताव भी शामिल है।